मोकामा में आज गुरुवार को जनसुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले पर हमला हुआ। इस दौरान जनसुराज प्रत्याशी के चाचा एवं टाल क्षेत्र में बाहुबली के तौर पर मशहूर दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना घोसवरी की है। खबर फैलते ही इलाके में तनाव व्याप्त हो गया है। सोशल मीडिया पर भी यह खबर आग की तरह फैली कि मोकामा में जनसुराज कैंडिडेट पीयूष प्रियदर्शी के काफिले पर हुए हमले में उनके चाचा दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
इस जघन्य वारदात का आरोप एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह के समर्थकों पर लगा है। इस हमले ने मोकामा के चुनावी माहौल में भारी तनाव पैदा कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना ने न केवल मोकामा विधानसभा क्षेत्र में तनाव का आलम पैदा कर दिया है बल्कि बिहार चुनावी माहौल में सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, यह घटना घोसवरी थाना क्षेत्र की है। प्रत्यक्षदर्शियों और जनसुराज कार्यकर्ताओं के अनुसार, पीयूष प्रियदर्शी का काफिला मोकामा से होते हुए गुजर रहा था और उसी दौरान उनके वाहन के आगे अनंत सिंह की गाड़ी चल रही थी। अचानक अनंत सिंह के समर्थक गाड़ियों से उतरकर लाठी-डंडों और हथियारों के साथ हमला करने लगे। अफरातफरी के बीच गोली चली, जिसमें दुलारचंद यादव गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद इलाके में भारी तनाव फैल गया। पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गई और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। वहीं जनसुराज पार्टी ने इस हमले को “राजनीतिक साजिश” करार देते हुए सरकार पर सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही का आरोप लगाया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि चुनावी मैदान में उनके उम्मीदवार को टारगेट किया जा रहा है और प्रशासन जानबूझकर कार्रवाई में ढिलाई बरत रहा है। जनसुराज के प्रवक्ता ने कहा कि हमारे प्रत्याशी का काफिला शांति से आगे बढ़ रहा था। अनंत सिंह के समर्थकों ने बिना किसी उकसावे के हमला किया। यह लोकतंत्र पर हमला है।