नवादा : लोक आस्था का चतुर्दिवसीय महापर्व उत्सव के साथ पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। महापर्व की अनूठी तस्वीर जिले के मंडल कारा (जेल) के भीतर भी देखने को मिली, जहाँ जेल की सलाखों के पीछे बंद महिला बंदी पूरी निष्ठा और आस्था के साथ छठ व्रत कर रही हैं। छठ पर्व के दूसरे दिन खरना के अवसर पर मंडल कारा के महिला वार्ड में छठी मइया के गीत गूंजते रहे। विभिन्न मामलों में सजा काट रही छह महिला बंदी व्रत कर रही हैं।
महिला कैदियों ने किया छठ
महिला बंदियों ने खुद खरना का प्रसाद तैयार किया और विधि-विधान से इसे ग्रहण करने के बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू कर दिया । जेल के अंदर सूर्य उपासना के प्रति इन महिला बंदियों की अटूट आस्था देखने लायक है। विपरीत परिस्थितियों में भी धर्म और आस्था की यह निष्ठा जेल की दीवारों को पार कर रही है। जेल प्रशासन और अन्य कैदियों का भी उन्हें इस पवित्र पर्व को मनाने में भरपूर सहयोग मिल रहा है। छठ पूजा की तैयारियों को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए, जेल परिसर में मौजूद तालाब को अन्य कैदियों ने मिलकर साफ किया है।
जेल प्रशासन ने की विशेष व्यवस्था
जेल प्रशासन ने छठ व्रती महिला बंदियों के लिए विशेष व्यवस्था की है। जेल अधीक्षक ने बताया कि छह महिला बंदियों के लिए जेल प्रशासन की ओर से साड़ी सहित सभी आवश्यक पूजन सामग्री उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि आस्था के इस महापर्व में जेल प्रशासन पूरी तरह से बंदियों के साथ खड़ा है और उनकी हर छोटी-बड़ी जरूरत का ध्यान रखा जा रहा है।
जेल के अंदर छठ
जेल के अंदर छठ पूजा का यह आयोजन न केवल भारतीय संस्कृति और आस्था की महत्ता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी मानव मन की श्रद्धा और धार्मिक निष्ठा अडिग रहती है। यह घटनाक्रम उन सभी के लिए एक प्रेरणा है, जो जीवन में किसी भी मोड़ पर आस्था और उम्मीद को बनाए रखने का प्रयास करते हैं।
भईया जी की रिपोर्ट