NDA में सीट बंटवारे के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश की नाराजगी की खबरों के बीच आज मंगलवार को भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान और जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने यह साफ कर दिया कि राजग में 99 फीसदी सीटों पर सहमति है। बाकी एक फीसदी सीटों को लेकर मंथन चल रहा है और यह भी शीघ्र पूर्ण कर कौन कहां से चुनाव लड़ेगा, इसकी घोषणा कर दी जाएगी। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि NDA में सीट बंटवारे से नीतीश कुमार नाराज नहीं, बल्कि पूरी तरह खुश हैं। वे एनडीए के लिए प्रचार करेंगे। अभी वे एनडीए के वरिष्ठ नेताओं से बात कर रहे हैं। एनडीए के सभी पांच दल एकजुट हैं, और आज शाम तक हम उम्मीदवारों की सूची और उनके निर्वाचन क्षेत्रों की घोषणा भी कर देंगे। एनडीए नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में ही मजबूती से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रहा है।
वहीं भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों के बीच 99 प्रतिशत सीटों पर यह तय हो गया है कि कौन-सी पार्टी किस सीट से चुनाव लड़ेगी। उनके अनुसार, शेष सीटों पर बहुत जल्द निर्णय ले लिया जाएगा। प्रधान ने भाजपा के मीडिया सेंटर के उद्घाटन के मौके पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजग के पांचों घटक दलों के बीच बातचीत जारी है। लगभग सभी सीटों पर सहमति बन चुकी है। प्रधान का यह बयान तब काफी महत्वपूर्ण हो जाता है जब राजग में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद उभरने और सीएम नीतीश के नाराज होने की अफवाह उड़ रही है। खबर है कि जदयू ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी के हिस्से में गई कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह भी दे दिया है। सूत्रों का कहना है कि राजग में सीट बंटवारे को लेकर सब कुछ ठीक नहीं है, कुछ सीटों को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है।
बताया जाता है कि आज सीएम नीतीश के नाराज होने की खबर जैसे ही फैली, एनडीए के सभी दल डैमेज कंट्रोल में जुट
गए। एकजुटता दिखाने के लिए जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, लोजपा आर के अध्यक्ष चिराग पासवान और रालोमो के उपेंद्र कुशवाहा ने ‘एक्स’ पर यह जानकारी दी कि सीटों की संख्या तय हो गई है। कौन दल किस सीट पर लड़ेगा, इसकी सकारात्मक बातचीत अंतिम दौर में है। मोदी जी और नीतीश जी के नेतृत्व में राजग के सभी दल एकजुटता के साथ पूरी तरह तैयार हैं। इसबीच यह भी खबर आई की आज ही किसी समय मुख्यमंत्री नीतीश भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से बात करने दिल्ली जा सकते हैं। इसके बाद ही उम्मीद है कि सीटों का ऐलान कर दिया जाए।