नवादा : जिले के वारिसलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव के होने से प्रसूता की हालत अत्यंत गंभीर हो गई। इस बीच महिला ने एक स्वस्थ्य शिशु को जन्म दिया। परंतु रक्तस्राव के कारण जब प्रसूता मरणासन्न हो गई, चिकित्सक ने महिला को रेफर कर दिया। मरीज के परिजन तत्काल प्रसूता को नवादा के एक निजी क्लिनिक पर लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने जांचोपरांत प्रसूता को मृत घोषित कर दिया। जबकि नवजात शिशु स्वस्थ्य बताया गया है। मौत के बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर शोर-शराबा किया और चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार नप के वार्ड संख्या 07 मुड़लाचक मोहल्ला निवासी मोनू कुमार की 25 वर्षीय पत्नी राखी कुमारी को शाम प्रसव के लिए सीएचसी लाया गया। प्रसूता ने लड़का जन्म दिया । लेकिन उसकी हालत खराब होने लगी। रक्तस्राव नहीं रुकने से उसकी स्थिति गंभीर हो गई। आनन फानन में चिकित्सक ने प्रसूता को नवादा रेफर कर दिया।
परिजनों द्वारा बेहतर इलाज के लिए प्रसूता को किसी निजी नर्सिंग होम ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने जांचोपरांत प्रसुता को मृत करार दिया। मौत की सूचना के बाद मृतक के परिजन आक्रोशित होकर सीएचसी वारिसलीगंज में एकत्रित होकर शोर शराबा करने लगे। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि जीवन और मृत्यु ईश्वर के हाथ में होता है। प्रसव पीड़ित महिला एनेमिक थी। प्रसव के दौरान पीड़ित के शरीर से अत्यधिक खून निकल जाने से महिला अचेत हो गई थी। जिसे बेहतर चिकित्सा को ले नवादा रेफर किया गया। जहां जांच के दौरान चिकित्सक ने प्रसूता को मृत करार दिया।
घटना के बाद अस्पताल में प्रसूता के परिजन बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। कहा कि प्रसूता की मौत होने के बाद रेफर किया गया था। शोर-शराबा कर रहे मृतक के परिजन उचित मुआवजा की मांग कर रहे थे। आक्रोशित परिजनों को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. आरती अर्चना समझाने बुझाने के प्रयास में जुटी रही।
इस बाबत प्रभारी चिकित्सक ने कहा कि महिला का प्रसव ठीक ठाक होने के बाद उसे रक्तस्राव होने लगा। इलाज की कोशिश में सफल नहीं होने पर रेफर किया गया, जहां प्रसूता की मौत हो गई। अस्पताल में मृत्यु पर कोई मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है। बाबजूद प्रखंड रोगी कल्याण समिति की बैठक कर मृतक के आश्रित को कुछ आर्थिक लाभ दिलवाने का आश्वासन दिया गया। बता दें इसके पूर्व हाल ही में अकबरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला नसबंदी के क्रम में मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा था। तब से अबतक नसबंदी कार्य बंद कर दिया गया है।
भईया जी की रिपोर्ट