भोजपुरी सिनेमा के पॉवर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने उनपर कई संगीन आरोप लगाने के साथ ही यह कहा है कि अगर अब भी वे उन्हें अपनी पत्नी कबूल कर लें और अपने साथ रखें तो वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। इसके साथ ही ज्योति सिंह ने आरोप लगाया कि पवन सिंह ने उन्हें अबॉर्शन की दवा दी। इतना ही नहीं, ज्योति सिंह ने पति पवन सिंह पर उन्हें टॉर्चर करने का आरोप भी लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने अबॉर्शन की गोलियों के लिए इनकार किया तो मुझे जमकर प्रताड़ित किया गया। इसके बाद मैंने कई बार नींद की गोलियां खाईं। मैं ये सब पब्लिक में लाना नहीं चाहती। लेकिन जब पवन सिंह ने मुझे कटघरे में खड़ा किया तो मुझे अपना पक्ष रखना पड़ रहा है। ज्योति सिंह ने कहा कि मैं 5 अक्टूबर को पवन से मिलने उनके आवास पर गई थी। गार्ड ने हमें ऊपर जाने से मना कर दिया। प्रशासन ने हमें पुलिस स्टेशन जाने को कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया।
पत्नी मानें, साथ रखें, नहीं लड़ूंगी चुनाव
भोजपुरी के मशहूर गायक और एक्टर पवन सिंह हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं और वे चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। लेकिन आजकल राजनीति से अधिक वे अपनी निजी जिंदगी को लेकर खबरों में सुर्खियां बटोर रहे हैं। पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पवन सिंह उन्हें गर्भपात की दवा देते थे। ज्योति सिंह ने यह बात दोहराई कि पवन सिंह भले ही बच्चे की बात करते हों, लेकिन उन्हें हर बार दवा (गर्भपात के लिए) खिलाई गई। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रताड़ना से परेशान होकर उन्होंने एक बार नींद की गोलियां भी खा ली थी। खुद के चुनाव लड़ने की चाहत वाले आरोप पर उन्होंने कहा कि—’मैं तो उनसे रिश्ता जोड़ने के लिए गई थी। पवन जी अगर मुझसे कहेंगे तो मैं उनके साथ रहने के लिए अपने परिवार को छोड़ सकती हूं, और न मैं चुनाव लडूंगी। पवन सिंह बच्चे की बात कर रहे हैं, तो मैं कहना चाहूंगी कि अगर उनको बच्चा चाहिए होता तो वो मुझे दवा नहीं देते। वो मुझे गर्भपात की दवा खिलाते थे’। ज्योति सिंह ने आगे कहा कि मैं एक सवाल पूछना चाहती हूं पवन सिंह से। क्या जब उन्होंने मुझे लोकसभा चुनाव में बुलाया तो क्या उस समय कोर्ट में हम लोगों का मामला नहीं था? पवन सिंह ने जब दोबारा मेरी मांग में सिंदूर भरा तो क्या हमारा केस कोर्ट में नहीं था?
विरोध किया तो किया जाता था टॉर्चर
ज्योति सिंह ने कहा कि जब वह बच्चे के लिए तरस रही थी, तो तब पवन सिंह उन्हें गर्भपात की दवा खिलाया करते थे। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें टॉर्चर किया जाता था। इस प्रताड़ना से परेशान होकर एक बार उन्होंने नींद की गोलियां खा ली थीं, जिसके बाद पवन सिंह के भाई उन्हें अस्पताल ले गए थे। ज्योति सिंह ने यह भी कहा कि जो व्यक्ति खुद 15 साल से एक पार्टी से जुड़े होने के बावजूद टिकट नहीं पा सका, वह उन्हें क्या टिकट दिलवाएगा। ज्योति सिंह ने कहा कि वे काराकाट से चुनाव लड़ना चाहती हैं क्योंकि पवन सिंह उस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद से एक बार भी उस क्षेत्र में नहीं गए। जिन लोगों ने उन्हें वोट दिया था, उनकी उम्मीदों और भावनाओं के साथ विश्वासघात किया गया है। फिर भी कहा गया कि मैं यह सब राजनीतिक कारणों से कर रही हूं। जो व्यक्ति अपने लिए वोट देने वाले 2 लाख से ज़्यादा लोगों के लिए खड़ा नहीं हो सका, वह अपनी पत्नी के लिए क्या खड़ा होगा।