नवादा : बिहार विधानसभा चुनाव की आधिकारिक रूप से अभी बिगुल नहीं बजा है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही सभी राजनैतिक दल चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं। प्रशासन जहां बूथ सत्यापन, चुनाव कोषांग गठन समेत अन्य प्रकार की तैयारियों को मुस्तैदी के साथ पूरी कर रहा है, वहीं राजनैतिक दलों की भी सक्रियता बढ़ गई है। इस बीच जिले के पांचों विधानसभा में महागठबंधन में टिकट की रेस शुरू है। फिलहाल स्थिति यह है कि टिकट की दौड़ में अपनों से ही ज्यादा चुनौती मिल रही है। ऐसे में संभावित प्रत्याशी पटना से लेकर दिल्ली तक पार्टी आलाकमान के पास दौड़ लगा रहे हैं।
नवादा विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो वर्तमान में राजद से विभा देवी प्रत्याशी हैं। लेकिन हालिया दिनों में वह पार्टी से अलग-थलग दिखाई पड़ रही हैं। वहीं हाल में ही जदयू से राजद की सदस्यता ग्रहण करने वाले पूर्व विधायक कौशल यादव टिकट की रेस में चल रहे हैं। जबकि पिछले विधानसभा में निर्दलीय हाथ आजमाने वाले श्रवण कुशवाहा (वर्तमान में राजद के प्रदेश महासचिव) भी टिकट के लिए पार्टी के वरीय नेताओं के पास अपनी बात रखते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनके कई बयान चल रहे हैं, जिसमें वे पिछले विधानसभा में प्राप्त मत की दुहाई दे रहे हैं।
इसी प्रकार रजौली विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो वर्तमान में राजद से प्रकाश वीर विधायक हैं, लेकिन उनकी भी स्थिति नवादा विधायक की तरह है। वे राजबल्लभ प्रसाद के खेमे के माने जाते हैं। हाल में ही जदयू से राजद की सदस्यता ग्रहण करने वाली पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष पिंकी भारती टिकट की रेस में चल रही हैं। जबकि पूर्व विधायक बनवारी राम भी टिकट के लिए दम लगा रहे हैं। साथ ही पूर्व जिला पार्षद प्रेमा चौधरी भी रेस में लगी हैं। दूसरी ओर, गोविंदपुर में वर्तमान में राजद से मो. कामरान विधायक हैं। वहीं हाल में राजद की सदस्यता ग्रहण करने वालीं पूर्व विधायक पूर्णिमा यादव क्षेत्र में लगातार भ्रमण और संवाद कार्यक्रम कर रही हैं। पूर्व विधायक भी टिकट की रेस में बने हैं।
वारिसलीगंज और हिसुआ विधानसभा में तो महागठबंधन के घटक दलों में ही टिकट के लिए दावेदारी चल रही है। वरीय नेताओं से मिलने से लेकर आमजनों से भी चल रहा संपर्क टिकट की रेस में शामिल नेता अपने-अपने दलों के वरीय नेताओं से लगातार संपर्क में बने हुए हैं। पटना से लेकर दिल्ली तक पार्टी आलाकमान से संपर्क कर अपनी बातों को रखते हुए टिकट की दावेदारी जता रहे हैं। इसके साथ ही लगातार आमजनों से भी संपर्क कर रहे हैं। संवाद कार्यक्रम, कार्यकर्ता सम्मेलन आदि के जरिए क्षेत्र में आमजनों के बीच अपनी बातों को रखते हुए अभी से वोट की मांग कर रहे हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी के आलाकमान किस नेता पर भरोसा जताते हैं और टिकट प्रदान करते हैं।
सोशल मीडिया पर छिड़ी है जंग
टिकट की रेस में शामिल नेताओं के समर्थकों के बीच जुबानी जंग चल रही है। चौक-चौराहों से लेकर सोशल मीडिया पर यह जंग देखने को मिल रही है। बड़े नेता जहां अपने विरोधियों पर निशाना साध रहे हैं, वहीं उनके समर्थक टिकट के लिए अपनों के बीच ही बहस कर रहे हैं। समर्थक अपने नेता को ही टिकट का प्रबल दावेदार बता रहे हैं। बहरहाल, स्थिति एक अनार और सौ बीमार वाली बनी है।
भईया जी की रिपोर्ट