नवादा : गया-किउल रेलखंड के नवादा रेलवे स्टेशन के पास इंदिरा गांधी चौक से तीन नंबर बस स्टैंड जाने वाले मुख्य मार्ग पर आरओबी नहीं बनाकर अंडर पास की मांग नगरवासियों ने की है। आरओबी बनाये जाने पर जो नुकसान होगा, उसी से संबंधित विषय पर चर्चा हुई। आरओबी बनने से शहर के अंदर हॉस्पिटल रोड, इंदिरा चौक, कन्हाई स्कूल के आसपास के व्यापारियों को काफी नुकसान होगा। इसी बात को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक होटल सेलिब्रेशन में हुई। पूर्व नगर परिषद चेयरमैन संजय साव तथा नगर परिषद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि कैलाश विश्वकर्मा के नेतृत्व में बैठक कर लोगों ने आपस में चर्चा की।
नगर परिषद चेयरमैन पिंकी कुमारी ने रेल मंत्री और अन्य रेल के अधिकारियों को त्राहिमाम पत्र भेजकर आरओबी की जगह नवादा शहर के अंदर अंडर पास बनाने की मांग की है। भेजे गये पत्र में चेयरमैन ने कहा कि नया रेलवे स्टेशन फाटक के पास नया आरओबी बनना प्रस्तावित है। इसकी जगह पर अंडर पास बनाने की जरूरत है। पहले नवादा शहर होकर ही सभी गाड़ियों के आवागमन के लिए एक मात्र रास्ता था, परंतु अब शहर के बगल से ही नया बाइपास का निर्माण हो रहा है, जो कादिरगंज की तरफ जाकर निकल रहा है।
कादिरगंज रोड में ही शहजपुरा गांव से ही अलग रिंग रोड बनने जा रहा है, जो रजौली रोड एन एच -20 पर मस्तानगंज के पास निकलेगा। ये दोनों रास्ते बन जाने पर कोई भी गाड़ी शहर में प्रवेश नहीं करेगी। सभी गाड़ियां बाहर ही बाहर शहर से निकल जायेंगी। शहर के अंदर आरओबी बनने से शहर हमेशा दिनभर जाम रहेगा और इसके बनने से सैकड़ों बहु मंजिल इमारत को तोड़ना पड़ेगा।
इससे सभी आम जनता तथा व्यवसाय करने वालों का व्यवसाय छिन जायेगा। इससे लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा। मकान का कुछ भाग तोड़ने से पूरा मकान क्षतिग्रस्त हो जाता है और मकान कमजोर हो जाता है तथा भविष्य में मकान गिरने की संभावना बनी रहती है। चेयरमैन ने कहा कि अगर आरओबी की जगह पर अंडर पास बन जाता है, तो शहर बर्बाद होने से बच जाता। नवादा में रेलवे पुल संख्या 168 के पास अंडर पास बना हुआ है। इसे ठीक कर दिया जाये, तो काफी हद तक यातायात सुविधा बेहतर हो जायेगी।
रेलवे लाइन से पूरब नथनपुरा गांव और पश्चिम अतौआ गांव के पास ओवर ब्रिज बनाने से कई गांवों को जोड़ने में सहयोग होगा और यातायात सुविधा भी बेहतर होगा। जानकारी हो कि हाल में ही सांसद और पथ निर्माण मंत्री ने आरओबी बनाने के लिए भूमि पूजन किया है। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने बैठक कर वैकल्पिक उपाय पर विचार करने की बात कही है।
भईया जी की रिपोर्ट