विधानसभा का चुनाव होना है और कभी भी इसकी तारीखों का ऐलान हो सकता है। इसी को देखते हुए बाकी नेताओं की तरह राजद विधायक आलोक मेहता भी अपने क्षेत्र में लोगों से मिलने पहुंचे। लेकिन वहां जब वे पहुंचे तो आमलोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा और विधायक को उल्टे पैर वापस लौटना पड़ा। दरअसल, आलोक मेहता अपने विधानसभा क्षेत्र उजियारपुर में अपने पक्ष में चुनावी माहौल बनाने के लिए गए थे। लेकिन उन्हें अपने क्षेत्र में अपने ही समर्थकों के गुस्से का सामना करना पड़ा। भीड़ की नाराजगी इतनी बढ़ गई कि राजद विधायक आलोक मेहता को वहां से उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। आलोक मेहता नीतीश सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं और वे 2020 में समस्तीपुर के उजियापुर से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक चुने गए थे।
जानकारी के मुताबिक राजद विधायक बीते दिन उजियारपुर के रायपुर पंचायत के आईटीआई महादलित टोला में गए थे। लेकिन जैसे ही विधायक जी वहां पहुंचे, उन्हें देखते ही कुछ लोग भड़क गए। लोगों ने विधायक का मजाक उड़ाना शुरू कर दिया। लोगों का उनपर गुस्सा इतना बढ़ गया कि उन्हें वहां से वापस लौटना पड़ा। विदित हो कि बिहार में विधानसभा चुनाव का ऐलान अक्टूबर में कभी भी हो सकता है। इसी को देखते हुए विधायक आलोक मेहता अपने क्षेत्र के लोगों से मिलने के लिए पहुंचे थे। बताया जाता है कि विधायक का विरोध करने वाले लोग राजद समर्थक ही थे। वे क्षेत्र की उपेक्षा से विधायक से नाराज बताए जाते हैं।
बताया जाता है वहां लोगों ने विधायक से कहा कि आप लालटेन के नाम पर कलंक हैं। सब बेकार कर दिया। कुछ नहीं किए। कभी हमलोग को पूछने नहीं आए। अब चुनाव करीब तो समय मिला है। यह सुनकर राजद विधायक आलोक मेहता असहज हो गए। इस पूरी घटना का एक युवक वहां वीडियो बना रहा था। इसपर विधायक ने उसका कैमरा बंद कराने की कोशिश की जिसके बाद लोग और भड़क गए। एक शख्स ने गुस्से में उनसे वापस चले जाने को बोलते हुए कहने लगा कि जब आपको दिक्कत है तब यहां क्यों आते हैं। इसके बाद विधायक को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। आज शनिवार को इस पूरे वाकये का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।