नवादा : पूर्व केंद्रीय मंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को नवादा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में अपनी ही पार्टी के नेताओं को कड़ी नसीहत दी। एनडीए की आगामी विधानसभा चुनावों में वापसी का दावा करते हुए हुसैन ने विपक्ष पर तंज कसने के साथ-साथ फॉर्च्यूनर जैसी लग्जरी गाड़ियों पर घूमने वाले नेताओं पर चुटकी ली और सांप्रदायिक बयानबाजी पर रोक लगाने की अपील की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिया हवाला
यह उद्गार पार्टी के आंतरिक अनुशासन को मजबूत करने के साथ-साथ बिहार की ग्रामीण राजनीति में सनसनी फैला रहा है। सम्मेलन का सबसे विवादास्पद हिस्सा तब आया, जब हुसैन ने भाजपा के कुछ नेताओं को आड़े हाथों लिया। मंच से उन्होंने कहा, हम लोग तो हिंदू-मुस्लिम नहीं करते हैं। कुछ ऐसे नेता हैं जो इस तरह की बयानबाजी करते हैं, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए इस तरह के बयानों से बचने के लिए लोगों से हर बार अपील की जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा पर बोलते हुए हुसैन ने हमलों का जिक्र करते हुए कहा पाकिस्तान ने जिस तरह से कायराना हमला किया, उसका जवाब दिया गया है। हिंदुस्तान के लोगों ने इस चीज को समझा और आपसी भाईचारा बनाकर रखा। धर्म पूछकर लोगों को मारा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान को सबक सिखाया।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि राष्ट्रीय एकता बनाए रखें और चुनाव में पूरी ताकत झोंकें शाहनवाज हुसैन, जो खुद पार्टी के प्रमुख मुस्लिम चेहरे हैं, ने मोदी की ‘सबका साथ, सबका विकास’ लाइन का हवाला देते हुए कहा कि ऐसे बयान एनडीए की एकता को कमजोर करता है। यह नसीहत बिहार चुनावों से पहले सांप्रदायिक ध्रुवीकरण रोकने की कोशिश के रूप में देखी जा रही है, खासकर मुस्लिम-बहुल इलाकों जैसे नवादा में हुसैन ने कहा, हम लोग धर्म और जाति पूछकर काम नहीं करते हैं।
फिर से आएगा एनडीए
सम्मेलन बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी का हिस्सा है, जहां एनडीए ने अगस्त से जिला-स्तरीय बैठकें तेज कर दी है। नवादा, जो मुस्लिम और यादव वोटरों का मिश्रित इलाका है, हुसैन का यह दौरा रणनीतिक है। सम्मेलन में हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा, फिर से एनडीए ही आएगा। नरेंद्र मोदी सरकार का साथ और सरकार का विकास करते हैं।
उन्होंने मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए जोर दिया कि ये योजनाएं धर्म या जाति के बिना सभी को लाभ पहुंचाती हैं। जो हमें वोट देता है, उसकी भी कर्ज माफी करते हैं, जो हमें वोट नहीं देता, उसके अकाउंट में भी हम लोगों के जरिए पैसा भेजा जाता है। पीएम किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना और अन्य केंद्रीय स्कीमों का हवाला दे रहे थे, जो बिहार जैसे राज्यों में एनडीए के लिए वोट बैंक मजबूत करने का सबसे बड़ा हथियार है।
भईया जी की रिपोर्ट