मुजफ्फरपुर से मानवता को शर्मसार करने वाली एक जनप्रतिनिधि की दरिंदगी का मामला सामने आया है। यहां एक वार्ड पार्षद ने डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के नाम पर नाबालिग किशोरी की मजबूरी का फायदा उठाया और उससे 2 साल तक लगातार रेप करता रहा। उसकी हैवानियत से तंग आकर किशोरी ने थाने में FIR दर्ज कराई है। मामला मुजफ्फरपुर के अहियापुर का है जहां वार्ड पार्षद के खिलाफ नाबालिग किशोरी ने पुलिस को शिकायत दी और उसकी करतूत के बारे में बताया। एसडीपीओ ने इस मामले की जांच एक महिला दरोगा को सौंपी है। फिलहाल पुलिस ने लड़की का मेडिकल कराया है और आगे कार्रवाई में जुटी है।
पुलिस में दर्ज प्राथमिकी में 15 वर्षीय नाबालिग किशोरी ने अहियापुर थाना इलाके के वार्ड एक के पार्षद उमेश गुप्ता पर उसका दो साल से यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। वार्ड पार्षद के लगातार यौन उत्पीड़न से तंग आकर किशोरी ने मामले की शिकायत अहियापुर थाने में दर्ज कराई। पीड़ित किशोरी का एसकेएमसीएच में मेडिकल जांच कराया गया है और रिपोर्ट में मामले की पुष्टि होते ही वार्ड पार्षद को गिरफ्तार कर लेने की तैयारी है। नगर एसडीपीओ—2 विनीता सिन्हा ने बताया कि मामला दर्ज कर महिला दारोगा को मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई है। कोर्ट में किशोरी का बयान दर्ज करवाने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को दिए आवेदन में किशोरी ने बताया है कि उसके माता-पिता का देहांत हो चुका है। उनका मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने के दौरान वार्ड पार्षद उमेश गुप्ता से उसका संपर्क हुआ। समाज कल्याण विभाग से लाभ दिलवाने का झांसा देकर उसने किशोरी से दो साल तक रेप किया और अभी भी हैवानियत जारी रखना चाहता है। पीड़िता के नाना ने बताया कि एक महिला के जरिए वार्ड पार्षद ने किशोरी को झांसे में लिया। किशोरी नाना के साथ पुलिस लाइन के निकट रहती थी। उसी दौरान मां के निधन के बाद उसका संपर्क वार्ड पार्षद से हुआ था। लड़की ने आरोप लगाया कि वार्ड पार्षद ने उसे अलग-अलग जगह बुलाकर रेप की वारदात को अंजाम दिया। साथ ही कई तरह की दवाईयां भी खिलाईं। पुलिस आरोपों के आधार पर मामले की जांच कर रही है।