अपराध और भ्रष्टाचार को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को राज्य की नीतीश सरकार पर बड़ा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की वर्तमान सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है और उपमुख्यमंत्री के आवास से अपराध की योजनाएं बनाई जा रही हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि—’कल भी पटना में हत्याएं हुईं। लगातार बिहार में हत्या हो रही है। अब तो अपराध की प्लानिंग उपमुख्यमंत्री के घर से शुरू हो गई है’। इसके बाद तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा अटैक करते हुए उन्हें भ्रष्टाचार का भिष्म पितामह करार दे दिया।
सरकार कर रही अपराधियों का संरक्षण
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि—’ये लोग अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। बिहार में 100 से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। कोई देखने वाला नहीं है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि अपराधी विजय और सम्राट बन चुके हैं’। तेजस्वी यादव ने हाल ही में इंजीनियर के यहां हुई छापेमारी और करोड़ों रुपये मिलने को लेकर सरकार पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा—’करोड़ों रुपए मिल रहे हैं, जलाए जा रहे हैं। फिर भी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? मंत्री जी बताइए कि जांच क्यों नहीं हो रही है’? उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ मंत्रियों का पैसा भी इंजीनियर की अवैध संपत्ति में शामिल है। इससे साफ है कि मंत्रियों के नेता सीएम नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह बन चुके हैं।
SIR का विरोध नहीं, प्रक्रिया का विरोध है
इसके बाद तेजस्वी ने पटना में लगातार छात्रों और प्रदर्शनकारियों पर हो रहे लाठीचार्ज की घटनाओं को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि—’हम पीड़ितों के साथ खड़े हैं। इन लोगों को बिहार की सरकार को उखाड़ कर फेंक देना चाहिए’। तेजस्वी ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण पर उठे विवाद पर कहा कि पूरे देश में वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण हो। विरोध किसने किया है? हमने तो सिर्फ चुनाव आयोग की पद्धति का विरोध किया था। सर्वोच्च न्यायालय ने आधार कार्ड को वैध दस्तावेज़ माना है, इसलिए इसे मानना ही पड़ेगा। हमने कभी वोटर लिस्ट रिविजन का विरोध नहीं किया। सिर्फ प्रक्रिया का विरोध किया था। तेजस्वी ने स्पष्ट कर दिया कि वे हर मुद्दे पर आवाज उठाते रहेंगे और बिहार में जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।