हाल में पटना के भूतनाथ में छापे के दौरान करोड़ों का नोट जलाने वाले इंजीनियर विनोद राय के ठिकानों पर आज गुरुवार की सुबह EOU की टीम ने फिर छापा मारा। भ्रष्टाचार से अकूत संपत्ति बनाने वाले आरडब्ल्यूडी के इंजीनियर विनोद राय के पटना, समस्तीपुर और सीतामढ़ी स्थित तीन ठिकानों पर अलग-अलग टीम ने एकसाथ छापेमारी शुरू की। बताया जाता है कि ग्रामीण कार्य विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विनोद राय के खिलाफ जांच के दौरान समस्तीपुर में नया मामला सामने आया जिसके बाद बिहार पुलिस मुख्यालय के आदेश पर आर्थिक एवं साइबर अपराध इकाई की टीम ने छापेमारी शुरू की। उनके खिलाफ यह कार्रवाई भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है।
इंजीनियर पर अपने पद का दुरुपयोग कर 3 करोड़ 38 लाख रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने का ताजा आरोप लगा है। उनपर पहले से 100 करोड़ से अधिक संपत्ति बनाने को लेकर जांच चल रही है। आज EOU की टीम ने पटना, सीतामढ़ी और समस्तीपुर में इंजीनियर के तीन ठिकानों पर छापेमारी की। आर्थिक अपराध इकाई ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। EOU की टीम ने गुरुवार सुबह पटना के अगमकुआं, सीतामढ़ी में एक ठिकाना और समस्तीपुर के आदर्श नगर में इंजीनियर के आवास और कार्यालय सहित तीन ठिकानों पर एकसाथ रेड डाली। इस कार्रवाई में संपत्ति से संबंधित दस्तावेज, बैंक खातों की जानकारी और अन्य सबूतों की जांच की जा रही है।
इससे पहले भी आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम ने ग्रामीण कार्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार राय के यहां पटना के भूतनाथ रोड स्थित आवास पर रेड मारी थी। ईओयू की उस रेड में 40 लाख नकद, 20 लाख के जले नोट, 10 लाख के जेवर, 6 लाख की लक्जरी घड़ियां और करोड़ों की जमीन के दस्तावेज बरामद हुए थे। EOU के अनुसार, राय ने रातभर 2-3 करोड़ रुपये जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी, लेकिन कई दस्तावेज और नकदी बच गए। इसके बाद इंजीनियर विनोद राय को ईओयू की टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था और तब से वे हिरासत में हैं।