नवादा : जिले के हिसुआ विधानसभा क्षेत्र में चुनावी चर्चा जोरों पर है। जिले के सर्वाधिक मतदाता वाले विधानसभा क्षेत्र पर दर्जनों की नजर रहने से संभावित प्रत्याशियों की फेहरिस्त लम्बी है। फिलहाल यहां चर्चा कर रहे हैं महागठबंधन की।वोट अधिकार यात्रा के बाद से यहां टिकट को लेकर होड़ मची है। कांग्रेस खेमे में वर्तमान विधायक नीतू कुमारी के विरुद्ध मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के सहवाजपुर सराय के पूर्व मुखिया सह पैक्स अध्यक्ष कद्दावर नेता अखिलेश सिंह की चर्चा जोरों पर है। वोट अधिकार यात्रा के दौरान अखिलेश सिंह अपने साथ सैकड़ों समर्थकों और करीब 50 गाड़ियों के काफिले के साथ पटना पहुंचे थे। राजधानी में शक्ति प्रदर्शन ने पार्टी नेतृत्व का ध्यान इस ओर खींचा। मौके पर उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद तारीक अनवर एवं महाराष्ट्र की महिला सांसद प्रीति शिंदे जो बिहार कांग्रेस कमेटी की सदस्य भी हैं मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक मुलाकात में तारीक अनवर ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग तय होते ही हिसुआ विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के पाले में आया तो अखिलेश सिंह को टिकट दिलाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। इस संबंध में कांग्रेस नेता ललन सिंह ने का कहना है कि हिसुआ विधानसभा का माहौल साफ है। कार्यकर्ता अखिलेश सिंह के पक्ष में मजबूती से खड़े हैं। अगर सीट कांग्रेस को मिलती है तो टिकट उन्हीं को मिलना तय है। स्थानीय मतदाता अब खुलकर राय देने लगी है।
सुनील यादव मुखिया ने कहा कि अखिलेश सिंह हमारे बीच के नेता हैं। चुनाव लड़ेंगे तो निश्चित ही मतदाता उनके साथ खड़ा होगा। कांग्रेस कार्यकर्ता परमानंद सिंह का मानना है कि उन्होंने हमेशा आम लोगों की आवाज़ उठाई है। टिकट सिर्फ मिलना अखिलेश सिंह को मिलना चाहिए। हांलांकि विधायक नीतू सिंह के समर्थक इस चर्चा को नकारते हुए कहते हैं कि नीतू सिंह का काम हिसुआ में हर कोई देख रहा है। सड़क, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता। जनता उनके काम को पसंद करती है, इसलिए टिकट कटने का सवाल ही नहीं उठता।
उनके करीबी कार्यकर्ता राकेश कुमार ने कहा कि जिन्होंने जमीन पर काम किया है, असली टिकट का हकदार वही है और नीतू सिंह ने यह साबित किया है। राजनीतिक गलियारों में एक और चर्चा गर्म है। राजद कार्यकर्ताओं का एक बड़ा वर्ग मौजूदा विधायक नीतू सिंह से नाराज चल रहा है। कई बार माखर पंचायत में राजद कार्यकर्ताओं और विधायक के बीच कहा-सुनी और विवाद की स्थिति बन चुकी है, जो अब क्षेत्र में सियासी बहस का प्रमुख मुद्दा बनने लगा है। चर्चा है कि हिसुआ सीट महागठबंधन के साथी राजद को दी जा सकती है। ऐसे में सियासी समीकरण किस करवट बैठेगा, आने वाला वक्त बताएगा। इतना तय है कि हिसुआ विधानसभा कांग्रेस खेमे में आती है तो अखिलेश सिंह और नितू कुमारी के बीच टिकट को ले रस्साकसी होना तय है।
भईया जी की रिपोर्ट