मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र स्थित माड़ीपुर में निजी प्रैक्टिस करने वाले एक एमबीबीएस डॉक्टर ने बीती रात अपने घर में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। गोली से डॉक्टर की खोपड़ी उड़ गई। बताया जाता है कि पीजी में उतीर्ण न होने से वे तनाव में थे। माड़ीपुर में जैतपुर कॉलोनी स्थित अपने घर पर डॉक्टर ने इस घटना को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार डॉक्टर आशुतोष हरिशंकर मनियारी के मूल निवासी थे और वे अभी तक अविवाहित थे। बीती देर रात को उन्होंने अपने पिता की लाइसेंसी दोनाली बंदूक से खुद के सिर में गोली मारी। परिजनों ने बताया कि आशुतोष शुक्रवार शाम छह बजे अस्पताल से ड्यूटी खत्म कर घर लौटे थे। घर आकर उन्होंने परिजनों के साथ बैठकर नाश्ता किया और फिर पढ़ाई करने के बहाने अपने कमरे में चले गए। इसके बाद अचानक देर रात को उनके कमरे से गोली चलने की आवाज आई।
परिजन जब भाग कर कमरे में गए तो देखा कि वहां डॉक्टर का शव खून से लथपथ पड़ा है। गोली लगने से आशुतोष की खोपड़ी उड़ गई और चेहरा विकृत हो गया जिसे देखकर परिजनों में कोहराम मच गया और उनकी बहन वहीं बेहोश हो गई। बताया जाता है कि डॉक्टर आशुतोष के पिता अविनाश चंद्रा का कांटी व दीघरा में पेट्रोल पंप है। उन्होंने हाल ही में पीजी की परीक्षा दी थी जिसमें वे अच्छे नंबर नहीं ला सके थे। इससे वे भारी तनाव में चल रहे थे। सूचना मिलने पर एएसपी और काजी मोहम्मदपुर पुलिस एफएसएल टीम के साथ मौके पर पहुंची तथा जांच शुरू की गई। जांच में सामने आया कि खुदकुशी से 30 मिनट पहले डॉक्टर ने अपने व्हाट्स एप पर मौसेरे भाई को मैसेज किया था। इसमें लिखा कि ‘मैं सुसाइड करने जा रहा हूं’। इसके बाद उसने खुद को गोली मार ली।
पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।घरवालों ने बताया कि हाल ही में आशुतोष के पिता ने अपनी दोनाली बंदूक को कमरे की रैक पर रखा था। कल ही बंदूक के लाइसेंस का स्त्यापान भी हुआ था। इस घटना से पूरे परिवार और जैतपुर कॉलोनी में सनसनी दौड़ गई। फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। आज डॉक्टर के हरिशंकर मनियारी स्थित पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जा रहा है।