बिहार के सभी जिलों में चल रहे भूमि राजस्व महाभियान के बीच हड़ताल पर गए सभी कर्मचारियों पर बड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने एक साथ सभी हड़ताली कर्मचारियों को उनकी सेवा से बर्खास्त कर दिया। दरअसल, राज्य में इस समय भूमि राजस्व महाभियान चल रहा है। इसके जरिए सारे जिलों में लगान रसीद से लेकर जमीन के बाकी कागजों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। इसी बीच बीते 16 अगस्त से इस काम में लगे राजस्व विभाग में संविदा पर नियुक्त अमीन और कानूनगो हड़ताल पर चले गए। अब इसी पर बिहार सरकार ने उनके खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई की है। इससे पहले सरकार ने इन्हें बीते दिन 3 सितंबर की शाम 5 बजे तक अपने काम पर वापस लौटने की चेतावनी दी थी। इस चेतावनी पर कुल 3295 संविदा कर्मी काम पर लौटे जिसके बाद इन्हें छोड़कर बाकी सभी संविदा कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया।
बिहार सरकार की तरफ से जानकारी दी गई है कि इस एक्शन से कुल 9000 से ज्यादा संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त की गई है। सरकार का यह भी कहना है कि अब इनकी जगह नए सिरे से बहाली की जाएगी। बताया गया है कि संविदा समाप्त किये गये सभी कर्मियों के पदों को रिक्त घोषित करते हुये उन सभी पदों पर नियोजन हेतु विज्ञापन प्रकाशन की कार्यवाही इस माह के अंत तक करने एवं उक्त के संदर्भ में सभी आवश्यक औपचारिकतायें पूर्ण करने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। जानकारी के अनुसार बिहार में 12500 से अधिक विशेष सर्वेक्षण कर्मी हड़ताल पर चले गए थे, जिससे विभाग का कामकाज ठप हो गया था। कड़े निर्देश और बार-बार अपील के बावजूद केवल 3295 कर्मी ही काम पर लौटे। इसी के बाद सरकार ने राजस्व अभियान की गति बरकरार रखने के लिए यह कार्रवाई की है।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि सभी हड़ताली संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। अब इस महीने के अंत तक नए सिरे से बहाली के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा और चुनाव की घोषणा से पहले इसकी पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि विभाग ने हड़ताली संविदा कर्मियों को पहले 30 अगस्त और फिर 3 सितंबर शाम 5 बजे तक का समय दिया था। इस बीच केवल 3295 संविदा कर्मी ही ड्यूटी पर लौटे। बाकी हड़तालियों का अनुबंध रद्द कर पदों को रिक्त घोषित कर दिया गया है। विदित हो कि बिहार में इस समय गांव—गांव भूमि राजस्व महाभियान चल रहा है। इसके जरिए सारे जिलों में लगान रसीद से लेकर जमीन के बाकी कागजों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है।