अरवल – जिला के हजारों शिक्षक ‛पहली तारीख’ को वेतन पाकर हैरान भी हैं और हर्षित भी। अहले सुबह से शिक्षक व्हाटसअप पर एक-दूसरे को संदेश भेजकर अपनी खुशियों का इज़हार करते रहे। शिक्षकों के सभी व्हाटसअप समूह पर ‛पहली तारीख’ को वेतन मिलने की खुशियां प्रमुख समाचार की तरह प्रसारित होती रहीं।बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. अम्बुज कुमार ने बताया कि शिक्षकों के वेतन भुगतान में दरअसल लंबे समय से अनियमितता बनी हुई थी।
इसलिए पहली तारीख को वेतन मिलना शिक्षकों के लिए एक अप्रत्याशित घटना है। डॉ.अम्बुज ने बताया कि शिक्षकों का ससमय वेतन मिलना जिला पदाधिकारी कुमार गौरव एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी असगर अली खां के विशेष पहल का नतीजा है। इसलिए हम शिक्षक समाज इन दोनों अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिला सचिव अखिलेश कुमार ने कहा कि प्राथमिक से उच्च माध्यमिक तक के शिक्षकों का ससमय वेतन एवं बकाये वेतन भुगतान में घोर अनियमितता थी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बकाये वेतन भुगतान के लिए भी 4 सितंबर की समय सीमा निर्धारित कर दी है। उन्होंने कहा कि अधिकारी यदि शिक्षकों के लिए इतने तत्पर एवं संवेदनशील होंगे तो शिक्षक भी हर तरह से अधिकारियों को सकारात्मक सहयोग देने के लिए तैयार रहेंगे।शिक्षक रमाकांत रवि ने बताया कि अन्य जिलों में एलपीसी इन और आउट में शिक्षकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जबकि अरवल में यह काम आसानी से हो रहा है।
शिक्षकों की शिकायतों के त्वरित निष्पादन के लिए आज़ाद पासवान, सुप्रिया रानी, राखी कुमारी, बालानाथ पाठक, गिरिजालाल, मुकेश कुमार, अर्चना कुमारी, धर्मेंद्र कुमार दास, दिलेश्वर कुमार, राणा अवधेश कुमार गौतम, मिथिलेश कुमार आदि शिक्षकों ने जिला पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी असगर अली खां ने कहा कि शिक्षक भयमुक्त होकर शिक्षण कार्य करें, शिक्षण में नवाचार के महत्व को समझें। हम नियमानुसार शिक्षकों के हर कार्य का त्वरित निष्पादन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट