नवादा : जिले में साइबर अपराधियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में एक सेवानिवृत्त कर्मी और उनकी पत्नी के बैंक खातों से 8 लाख 77 हजार 500 रुपये की अवैध निकासी कर ली। वारदात में पेंशन की रकम भी शामिल रही, जिससे परिवार आर्थिक संकट में पड़ गया।
दिसंबर में मोबाइल गुम, फिर शुरू हुई धोखाधड़ी
वारिसलीगंज प्रखंड के पैंगरी गांव निवासी रिटायर कर्मचारी अंबिका प्रसाद ने पुलिस को बताया कि 15 दिसंबर 2024 को उनका मोबाइल गुम हो गया था। एहतियातन उन्होंने बैंक खाता बंद कराया और बाद में उसी नंबर का सिम फिर से चालू कर लिया। इसी दौरान 17 से 31 दिसंबर के बीच उनके खातों से पैसे निकाल लिए गए।
बेटे ने खोला राज, खातों से उड़ गए लाखों
31 दिसंबर को जब उनके पुत्र ने मोबाइल मैसेज चेक किया तो खुलासा हुआ कि खाते से रकम गायब हो रही है। जांच में सामने आया कि उनके खाते से 7 लाख 54 हजार रुपये और उनकी पत्नी के खाते से 1 लाख 23 हजार 500 रुपये अवैध रूप से ट्रांसफर कर लिए गए।
साइबर थाने में दर्ज हुई शिकायत
पीड़ित ने तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) के टोल-फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद 18 अगस्त को नवादा साइबर थाने में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और डिजिटल ट्रेल के आधार पर अपराधियों की पहचान की कोशिश कर रही है।
बढ़ते साइबर अपराध से लोगों में दहशत
नवादा की यह घटना एक बार फिर चेतावनी देती है कि साइबर अपराधी लगातार पेंशनभोगियों, ग्रामीण इलाकों के खाताधारकों और मोबाइल से जुड़े लोगों को निशाना बना रहे हैं। हाल के दिनों में जिले में साइबर ठगी के मामलों में तेज़ी से इजाफा हुआ है। ऐसे में जागरूकता और समय पर सतर्कता ही बचाव का सबसे बड़ा उपाय माना जा रहा है।
भईया जी की रिपोर्ट