सिवान नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव ठिकानों पर आज बुधवार की सुबह EOU की टीम ने छापेमारी की। यह कार्रवाई अधिकारी के सिवान, पटना और लखनऊ स्थित ठिकानों पर एकसाथ की गई। सिवान में आज सुबह पटना से आई टीम ने छापेमारी शुरू की और दस्तावेजों को खंगालाना शुरू किया। कार्यालय पदाधिकारी के आवास पर निगरानी की छापेमारी के बाद सिवान के प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया। अनुभूति श्रीवास्तव पर अगस्त 2021 में भी विशेष निगरानी इकाई ने भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में आरोप पत्र भी दाखिल हो चुका है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
सिवान, पटना और लखनऊ में एकसाथ रेड
मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह से ही सिवान नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी के लखनऊ गोमती नगर, पटना रूपसपुर स्थित अपर्णा मेंशन, और सिवान नगर परिषद के आवास पर ईओयू के कर्मी कार्रवाई कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के पास आए से अधिक 79% अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने का आरोप है। हालांकि EOU की तरफ से अभी इस मामले में कुछ भी बयान नहीं दिया गया है और छापेमारी टीम में शामिल अफसरों ने सिर्फ इतना कहा कि कार्रवाई अभी जारी है तथा छापेमारी पूरी होने के बाद मीडिया को ब्रिफ किया जाएगा।
अनुभूति श्रीवास्तव पर 2021 में भी विशेष निगरानी इकाई ने भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप पत्र दाखिल हो चुका है। मामला हाईकोर्ट में चल रहा है जिसमें उनकी सस्पेंशन भी हुई थी। निलंबन खत्म होने के बाद उनकी सिवान नगर परिषद में कार्यपालक पदाधिकारी पद पर तैनाती हुई थी। इधर छापेमारी के बाद सिवान नगर परिषद में सक्रिय दलालों के बीच भी खलबली मचने की सूचना है। नगर परिषद पिछले कई वर्षो से दलालों का अड्डा बना हुआ है। एक समाजसेवी दिवेश कुमार सिंह के द्वारा भी गंभीर आरोप नगर परिषद पर लगाए गए थे, जिन में 12 परसेंट से कमीशन लेकर पैसा रिलीज करने का आरोप लगा था।