शिक्षक भर्ती की TRE-4 परीक्षा से पहले बिहार में STET परीक्षा कराने की मांग को लेकर 15 दिन में आज सोमवार को दूसरी बार पटना की सड़कों पर उतरे छात्रों पर एक बार फिर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में कई छात्र—छात्राएं चोटिल हो गए और इससे मची भगदड़ में गिरकर कई बेहोश हो गए। अभ्यर्थियों का कहना था कि जब तक सरकार शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इसबीच कुछ छात्र नेताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने पटना कॉलेज से सीएम हाउस जा रहे छात्रों को डाकबंगला चौराह पर बैरिकेडिंग कर रोक दिया था। लेकिन छात्र आगे बढ़ने की जिद पर अड़े रहे। कई छात्राएं और छात्र बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और नारेबाजी करने लगे। इसके बाद स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें एक अभ्यर्थी वहीं गिरकर बेहोश हो गया, जबकि कई अन्य चोटिल हो गए। कुछ छात्रों का माथा फुटने की भी खबर है।
STET नहीं तो वोट नहीं, छात्रों का प्रदर्शन
शिक्षक भर्ती की TRE-4 परीक्षा से पहले बिहार में STET परीक्षा कराने में आनाकानी कर रही सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारी छात्र काफी गुस्से में दिखे। प्रदर्शन के दौरान वे ‘STET नहीं तो, वोट नहीं’ का नारा लगा रहे थे। आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का कहना था कि वे कई महीनों से एसटेट परीक्षा की तारीख का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार बार-बार भरोसा देकर पीछे हट जाती है। उन्होंने कहा कि TRE-4 परीक्षा से पहले STET नहीं कराना, छात्रों के साथ नौकरी देने के नाम पर एक धोखा है। उनका कहना है कि हम तो सरकार से नौकरी नहीं मांग रहे। केवल पात्रता परीक्षा कराने की मांग कर रहे, ताकि हमें भी TRE-4 प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल सके। बिना STET कराए सरकार TRE-4 की परीक्षा कैसे ले सकती है?
बैरिकेडिंग पर चढ़ी छात्राएं, जमकर नारेबाजी
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि शिक्षक भर्ती टीआरई फोर से पहले हर हाल में एसटीईटी एग्जाम लेना होगा ताकि बेरोजगारों को इस भर्ती में मौका मिल सके। इस प्रदर्शन में भाग लेने राज्य भर से करीब 40 से लेकर 50 हजार की संख्या में छात्र-छात्राएं पटना पहुंचे हैं। आज सुबह पटना कॉलेज से शुरू होकर अभ्यर्थी छात्रों का जुलूस धीरे—धीरे गांधी मैदान की ओर बढ़ा। लेकिन पुलिस ने डाकबंगला चौराहे पर बैरिकेडिंग कर प्रदर्शनकारी छात्रों को रोक दिया। छात्रों पर बौछार के लिए वाटर कैनन की गाड़ी भी मंगाई गई। लेकिन छात्र नहीं माने और आगे बढ़ने की जिद पर अड़े रहे। पिछले दो साल से लंबित STET परीक्षा को लेकर छात्रों में गहरी नाराजगी दिखी। उनका कहना है कि सरकार शिक्षक भर्ती TRE-4 की बात तो करती है, लेकिन इस TRE-4 शिक्षक भर्ती की परीक्षा में पात्रता के लिए जरूरी STET की परीक्षा नहीं कराना चाहती। ऐसे में सरकार द्वारा TRE-4 की शिक्षक भर्ती परीक्षा कराकर छात्रों को नौकरी देने का दावा करना उनके साथ धोखा नहीं तो क्या है?
दो बार STET के वादे से मुकरी सरकार
छात्रों ने कहा कि शिक्षा विभाग ने पूर्व में ऐलान किया था कि हर वर्ष दो बार STET करायेंगे। लेकिन दो वर्ष से कोई परीक्षा नहीं कराई। ऐसे में सत्र 22—24 और 23—25 के करीब पांच लाख अभ्यर्थी TRE-4 शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हो पायेंगे। यह छात्रों के साथ मजाक नहीं तो और क्या है? छात्रों की मांग है कि सरकार तुरंत STET परीक्षा की तारीख घोषित करे और TRE-4 परीक्षा से पहले इसे आयोजित किया जाए। 15 दिन पूर्व भी पिछली बार जब अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तब उन्हें जेपी गोलंबर पर रोक दिया गया और उस समय भी लाठीचार्ज किया गया था जिसमें कई छात्र बुरी तरह लहुलुहान हो गए थे।