बिहार के मधुबनी में एक गजब हत्याकांड का मामला सामने आया है। फसलों और घरों को नुकसान पहुंचा रहे बंदरों ने यहां एक किसान की जान ले ली। इस खौफनाक कांड के बाद अब पूरा गांव दहशत में जी रहा है। फसल नष्ट कर रहे बंदरों को भगाने गए एक बुजुर्ग को 20 से ज्यादा वानरों के झुंड ने नोच-नोच कर मार डाला। घटना पंडौल थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव में हुई। वहां रामनाथ चौधरी नाम के एक सेवानिवृत्त क्लर्क जो रिटायरमेंट के बाद खेती—किसानी से गुजर बसर कर रहे थे, उनपर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। रामनाथ ने थोड़ी ही देर पहले फसल नष्ट कर रहे बंदरों को अपने खेत से खदेड़ा था। इसके बाद वे अपने मवेशियों के लिए चारा इकट्ठा कर रहे थे। तभी बंदरों के झुंड ने उन पर चौतरफा हमला कर दिया।
बंदरों का हमला इतना अचानक और सुनियोजित था कि जब तक लोग उन्हें बचाने के लिए मौके पर पहुंचे, तब तक रामनाथ चौधरी गंभीर रूप से घायल हो चुके थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत मधुबनी सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रामनाथ चौधरी लोहट शुगर मिल के क्लर्क पद से सेवानिवृत्त हुए थे। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय मुखिया रामकुमार यादव ने घटना की जानकारी दी। इस भयानक हमले के बाद पंडाउल के सर्कल ऑफिसर पुरुषोत्तम कुमार और पुलिस स्टेशन के इंचार्ज मो. नदीम ने गांव का दौरा किया। उन्होंने वन विभाग से बंदरों को पकड़ने का आग्रह किया है।
अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने वन विभाग से आग्रह किया है कि इन हमलावर बंदरों को तुरंत पकड़ा जाए ताकि कोई और ऐसी घटना न हो। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि वे बंदरों के झुंड से दूर रहें। इस घटना ने गांव में शोक और भय का माहौल बना दिया है और लोग प्रशासन से जल्द से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं। लोगों ने बताया कि इलाके में बंदरों के कई झुंड सक्रिय हैं। वे आए दिन हमारी फसलों को नष्ट कर रहे हैं। ऐसे में हम कहां जाएं और क्या करें, कुछ सूझ नहीं रहा।