-कलाकारों ने दी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति तो झूम उठे श्रद्धालु
नवादा : जिले की पहचान बन चुके गोवर्द्धन मंदिर में हर वर्ष की भाँती इस वर्ष भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन बड़े पैमाने पर किया गया। दो दिवसीय उत्सव में विशेष अनुष्ठान के अलावे, भजन संध्या, आकर्षक झांकियां, नृत्यनाटिका आदि की धूम रही। शुक्रवार से प्रारंभ हुये आयोजन में अंतरप्रांतीय कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति से खचाखच भरे दर्शक दीर्घा में श्रद्धालुओं को झूमने पर विवश कर दिया। भव्य मंच से सीमा के जवानों की वीरता और अपनी माटी अपना देश की भावना का जीवन्त दर्शन हुआ। अघोरी परंपरा के महाकाल आराधना का दर्शन पाकर सारे भक्त देर रात तक झूमते रहे वहीं शिव-शक्ति लीला को मंच पर उतारते हुए कानपुर के कलाकारों ने खूब तालियाँ बटोरी।
दक्ष प्रजापति के यज्ञ मण्डप में शिव को निमन्त्रण नहीं मिलने का प्रसंग दर्शकों में नई कौतुहल पैदा करने में सफल रहा। भोले को भस्म से प्यार की अंतर्कथा को उस समय लोगों ने महसूस किया जब भस्म के गुब्बार से समस्त मंदिर परिसर सराबोर हो गया। समस्त आयोजन को निर्देशित करने वाले आचार्य कुमार गौरव शुक्ल ने बताया कि शनिवार को प्रातः काल से ही पूजा विधान को विद्वान ब्राह्मणों की देख रेख में संपन्न कराया जा रहा है। मंदिर के सभी देवताओं की पूजा अभिषेक, वेदी पूजन, सर्वतोभद्र, पंचांग पूजन, नवग्रह पूजन इत्यादि का सिलसिला मध्य रात्रि तक जारी रहा जबकि जन्मोत्सव की बधाई, राधा कृष्ण के फूलों की होली, भगवान का श्रृंगार आदि की भव्य प्रस्तुति मंच से किया गया।
मंदिर समिति के सचिव महेंद्र यादव ने बताया कि पूर्व श्रम राज्यमंत्री राजबल्लभ प्रसाद की रिहाई के बाद जिलावासियों का जोश इस आयोजन में दिखाई दिया । उन्होंने कहा कि लंबे समय से इस मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी धूम-धाम से मनाया जाता रहा है किन्तु मंदिर निर्माण के बाद न केवल आयोजन का स्वरुप विशाल हो गया है बल्कि श्रद्धालुओं की श्रद्धा में भी गुणात्मक वृद्धि हुई है ।
सदर विधायक विभा देवी देर रात तक दर्शक दीर्घा में उपस्थित रहकर कलाकारों एवं श्रद्धालुओं का उत्साहवर्द्धन किया। रविवार सुबह भंडारा व महाप्रसाद वितरण के साथ समारोह का समापन किया गया। इसके साथ ही जिले में मनाये जाने वाले जन्माष्टमी महोत्सव का समापन हुआ। जिले के मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के बैजनाथपुर गांव में पूर्व से चली आ रही परंपरा के अनुसार महावीरी झंडा फहराया गया।
भईया जी की रिपोर्ट