नवादा : साइबर अपराधी प्रतिदिन नए-नए तरकीब निकालकर लोगों को ठगने का काम कर रहा है। कभी ब्रांडेड कंपनी, गैस एजेंसी, पेट्रोल पम्प का एजेंसी दिलाने, सस्ते दर पर ऋण दिलाने तो कभी एसएमएस के माध्यम से मैसेज भेजकर भोले-भाले लोगों को ठगने का काम कर रहा है। पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार व एसपी अभिनव धीमान के आदेश पर साइबर अपराधियों को जड़ मूल समाप्त करने को लेकर पुलिस ऑपरेशान फायरवॉल चला रही है।
इसी कड़ी में जिले के वारिसलीगंज पुलिस ने दो अलग-अलग गांव से चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जबकि, पुलिस को आते देख लगभग एक दर्जन साइबर अपराधी भागने में सफल रहे। गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने 3 मोबाइल एवं 8 पेज कस्टमर डेटाशीट बरामद किया है। इस बावत वारिसलीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रुपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस को थाना क्षेत्र के चंडीपुर के देवी मंदिर तथा गोपालपुर गांव में बैठकर ठगी करने की सूचना मिली।
सूचना को वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया गया। सूचना बाद एसपी ने के थानाध्यक्ष के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर कार्रवाई का आदेश दिया। गठित टीम में वारिसलीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रूपेश कुमार सिन्हा, अपर थानाध्यक्ष संजय कुमार, एसआई अभिषेक कुमार तथा पीटीसी लोकेश कुमार एवं एएसआई पप्पू कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया। उन्होंने बताया कि गठित टीम ने उक्त स्थान का घेराबंदी कर 4 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया, जबकि कई ठग पुलिस को देखकर भागने में सफल रहा।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार ठग थाना क्षेत्र के चंडीपुर गांव निवासी रंजीत राउत के 22 वर्षीय पुत्र प्लस कुमार के अलावा एक विधि विरूद्ध बालक के पास से ठगी में प्रयुक्त 2 मोबाइल एवं कस्टमर डेटाशीट बरामद किया। जबकि, गोपालपुर गांव से गिरफ्तार शंकर प्रसाद के 19 वर्षीय पुत्र अनुराग कुमार तथा उदय पासवान के 22 वर्षीय पुत्र बिहारी पासवान के पास से एक मोबाइल व कस्टमर डेटाशीट बरामद किया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी ऑल इंडिया ईस्लामिक बैंक के अलावा अन्य फाईनेंस कम्पनी से सस्ते दर पर लोन दिलाने के नाम पर ठगने का काम करता था।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अनुपम तथा फरार हुए लगभग एक दर्जन से अधिक साइबर अपराधियों को चिन्हित कर नामजद करते हुए थाना कांड संख्या- 374/25 दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस गिरफ्त में आये साइबर अपराधी ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि संगठित गिरोह के सरगना के निर्देश पर कार्य करते है। उन्हें राशि ठगी करने के एबज में बंधी बंधाई हिस्सेदारी मिलती है। थानाध्यक्ष श्री सिन्हा ने बताया कि फरार ठगों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। ज्ञात हो कि पुलिस तथा साइबर थाना पुलिस के द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप व्याप्त है। ऑपरेशन फायरवॉल के तहत मई से तीन जुलाई तक 40
साइबर अपराधी गिरफ्तार
थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रुपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि ऑपरेशन फायरवॉल के तहत वारिसलीगंज थाना पुलिस ने दर्जनों साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुकी है। उन्होंने बताया कि 23 मई से 31 जुलाई 2025 तक थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में छापेमारी कर कुल 40 ठगों को गिरफ्तार किया गया है।
निरूद्ध विधि विरूद्ध का रहा है अपराधिक इतिहास
थानाध्यक्ष श्री सिन्हा ने बताया कि निरूद्ध विधि विरूद्ध बालक का पूर्व से अपराधिक इतिहास रहा है। उनके विरूद्ध नालंदा जिला अन्तर्गत गिरियक थाना में धारा 318 ( 4 ), 338, 366 ( 3 ), 303 ( 2 ), 340 ( 2 ) 61 के अलावा 66 सी, 66 डी आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी संख्या-40/25 दर्ज है।
कम समय में अधिक धन कमाने की ललक में ठगी रोजगार का जरिया बना रहे हैं युवा
ज्ञात हो कि तीन स्पताह के अंदर वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों से इस वर्ष दर्जन से अधिक साइबर ठगों की गिरफ्तारी हुई है, बावजूद साइबर ठगी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रुके भी तो कैसे घर बैठे बिना पूंजी के बहुत ही कम समय में लखपति-करोड़पति बनने की ललक में 14 वर्ष के बालको से लेकर 45-50 वर्ष उम्र के युवा ठगी के धंधे को कारोबार बना रखा है।
भईया जी की रिपोर्ट