मुजफ्फरपुर में बिजली का करंट लगने से एक मां—बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। घटना बरियापुर थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बीती रात बल्ब को जलाने के दौरान पहले बेटे को करंट लगा। करंट लगते ही बेटा चीखने-चिल्लाने लगा। बेटे की चीख सुनकर उसकी मां भी वहां आ गई और बेटे को बचाने में मां भी करंट की चपेट में आ गई। बताया गया कि घर में लोहे का चौखट लगा था जिसपर पैर रखकर 9 वर्षीय पुत्र बल्ब जलाने की कोशिश कर रहा था। इस दर्दनाक घटना से पूरे इलाके में मातम छा गया। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक पुत्र का नाम हंसराज बताया जा रहा है और वह घर के एक कमरे में बल्ब जलाने के लिए स्विच ऑन कर रहा था। इसी दौरान वह बिजली की करंट की चपेट में आ गया। बेटा जब चिल्लाने लगा तो उसे बचाने के लिए मां पिंकी देवी ने उसे खींचना चाहा। लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गई।
मृतकों की पहचान बरियारपुर थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव के निवासी मिलन राय की पत्नी पिंकी देवी और उसके पुत्र हंसराज कुमार के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि घर के कमरे में लगे हुए बिजली के बल्ब को जलाने के लिए बच्चा गया और इसी दौरान में वह करंट की चपेट में आ गया। करंट लगते ही वह जोर-जोर से चीखने लगा। बेटे की चीख को सुनकर उसको बचाने के लिए उसकी मां पिंकी देवी दौड़ी लेकिन वो भी पास में रखे हुए एक लोहा के चौखट में आ रहे बिजली के करंट की चपेट में आ गई। उसकी भी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद वहां स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वही घटना के बाद परिवार के अन्य सदस्य का रो-रो कर बुरा हाल है।
पूरे मामले में बरियारपुर थाना की एसएचओ चांदनी कुमारी सांवरिया ने बताया कि बीती देर शाम को करंट की चपेट में आने से मां-बच्चे की मौत हो गई है। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनो को इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। अब पुलिस आगे की कार्रवाई करते हुए दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए मेडिकल कॉलेज भेज रही है। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि पीड़ित परिवार को सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत उचित मुआवजा देने की कार्रवाई की जाएगी।