लैंडिंग के बाद फिर अचानक हवा में उड़ा विमान, रनवे ओवरशूट से बाल-बाल बचे यात्री
पटना एयरपोर्ट पर बीती रात एक बड़ा विमान हादसा तब टल गया जब एक विमान को रनवे ओवर शूट करने के कारण लैंड करने के बाद अचानक फिर से हवा में उड़ना पड़ गया। दरअसल, दिल्ली से पटना आ रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 2482 लैंडिंग के दौरान रनवे से आगे निकल गई। पायलट ने तत्परता दिखाते हुए पटना में रनवे की जमीन पर उतरने के बावजूद विमान को तुरंत फिर से टेक ऑफ करा लिया, जिससे विमान में सवार 174 यात्रियों की जान बच गई। बताया जाता है कि रनवे पर विमान को लैंड करा लेने के बाद एकाएक पायलट को एहसास हुआ कि प्लेन अंतिम छोर तक पहुंचते—पहुंचते नहीं रुक पाएगा और किसी निर्माण से टकरा जाएगा। ऐसे में उसने तुरंत विमान को फिर से हवा में उड़ा लेना ही बेहतर समझा।
जानकारी के अनुसार इंडिगो का यह विमान दिल्ली से चलकर 9:00 बजे रात्रि को पटना पहुंचने वाला था। लेकिन तय सीमा से पहले ही वह 8:49 पर ही पटना के आसमान में पहुंच गया और लैंडिंग के दौरान रनवे पर टच डाउन करने वाली तय जगह की सीमा से आगे बढ़ गया। विमान के मुख्य लैंडिंग गियर ने रनवे को छुआ भी। इसके बाद पायलट ने आकलन किया तो पता चला कि इतने कम रनवे में लैंडिंग संभव नहीं। इसके बाद पायलट ने फिर से विमान को आसमान में उठा लिया। कुछ देर चक्कर काटने के बाद फिर से लैंडिंग करवा ली। इस बार लैंडिंग में कोई परेशानी नहीं हुई। जानकारों के अनुसार, अगर विमान रनवे के अंत से पहले रुकने में सफल नहीं हो पाता है और रनवे के अंत से ज्यादा आगे निकल जाता है तो उसके किसी भी चीज से टकराने का डर होता है।
इस मामले ने पटना एयरपोर्ट के छोटे रनवे को लेकर फिर सवाल खड़ा कर दिया है। बताया जाता है कि पटना एयरपोर्ट का मौजूदा रनवे मानक के अनुरूप नहीं है। ऐसे में रनवे छोटा होने के कारण यहां लैंडिंग के दौरान अक्सर विमानों के ओवर शूट का खतरा बना रहता है। इसमें विमान रनवे के अंत से पहले रुकने में सफल नहीं हो पाता है और रनवे के अंत से ज्यादा आगे निकल जाता है। यानी विमान रनवे की निर्धारित सीमा से बाहर चला जाता है। ऐसा तब होता है जब कोई विमान रनवे पर उतरने के बाद, उसे रोकने के लिए आवश्यक ब्रेक लगाने या थ्रस्ट रिवर्सल का उपयोग करने में सफल नहीं हो पाता है। हालांकि पटना एयरपोर्ट प्रबंधन रनवे की लंबाई को बढ़ाने की तैयारी में है। इसके लिए प्रशासनिक प्रक्रिया भी चल रही है। रनवे की लंबाई को बढ़ाकर 12 हजार फीट करना है।