बिहार की नीतीश सरकार ग्राम कचहरी सचिवों का मानदेय दोगुना करने जा रही है। अब उन्हें हर महीने 6 हजार की जगह 12 हजार मानदेय मिलेगा। पंचायती राज विभाग इस पर काम कर रहा है। विभाग इस कवायद में लगा है कि अगले दो माह के अंदर ही ग्राम कचहरी सचिव, तकनीकी सहायक सहित अन्य संविदा कर्मियों को मानदेय बढ़ोतरी की सौगात दे दी जाए। मानदेय बढ़ोतरी संबंधी नए प्रावधान पर राज्य प्राधिकृत समिति और वित्त विभाग से क्लियरेंस मिलते ही इसे राज्य कैबिनेट से मंजूरी दे दी जाएगी। पंचायती राज विभाग के इस प्रस्ताव से लगभग 8054 ग्राम कचहरी सचिवों, तकनीकी सहायकों और लेखपालों को लाभ होगा।
एक तो बिहार में यह चुनावी वर्ष है, दूसरे ग्राम कचहरी सचिवों का मानदेय बाकी विभागों के संविदा कर्मियों से भी बहुत कम है। इसे देखते हुए ही राज्य सरकार ने इस बढ़ोतरी की कवायद शुरू की है। सरकार के सूत्रों ने बताया कि इस समय पंचायती राज विभाग ग्राम कचहरी सचिवों, तकनीकी सहायकों और लेखापाल सह आईटी सहायकों का मानदेय बढ़ाने के लिए नया प्रस्ताव बना रहा है। विभाग ने पहले सभी संविदा कर्मियों के मानदेय का अध्ययन किया जिसमें देखा गया कि ग्राम कचहरी सचिवों को बाकी विभागों के मुकाबले बहुत कम पैसा मिलता है। इसलिए इनका मानदेय बढ़ाने की तैयारी शुरू की गई। उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव के पहले बढ़ा हुआ मानदेय मिलने लगे।
मानदेय बढ़ाने के लिए राज्य प्राधिकृत समिति और वित्त विभाग से मंजूरी ली जाएगी। इसके बाद इसे कैबिनेट में भेजा जाएगा। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद लगभग 8054 ग्राम कचहरी सचिव, 1600 लेखापाल सह आईटी सहायक और 1500 तकनीकी सहायकों को फायदा होगा। दूसरी तरफ यह भी खबर है कि राज्य के संविदा कर्मियों के मानदेय में भी 20 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है। पंचायती राज विभाग की ओर से कहा गया है कि ग्राम कचहरी सचिवों को मिलने वाला मानदेय अब दोगुना होगा।