नवादा : जिले के जीविका कार्यालय नारदीगंज द्वारा संचालित सुहागन जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति, कहुआरा की अध्यक्ष गीता देवी ने एसजेवाई एमआरपी सिंकू कुमारी को वितीय अनियमितता को लेकर पद से विमुक्त कर दिया है। आरोप है कि एसजेवाई का कार्य में कारण बताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं पाया गया,उसके बाद प्रखंड कमिटी व संकुल कमिटी के जांचोपरांत पाया कि एसजेवाई (एच एच) के साथ वितीय अनियमितता की गई। जिसकी चर्चा संकुल के बोर्ड बैठक व जिला स्तरीय बैठक में भी की गई।
एसजेवाई कार्यालय के आदेशानुसार वितीय अनियमितता किसी भी रुप में क्षमा योग्य नहीं है। यह योजना मुख्यमंत्री का खास योजनाओं में से एक है। जिसमें किसी भी प्रकार का लेनदेन (वितीय अनियमितता) गैर कानूनी है। मामले के जांचोपरांत (एसजेवाई एमआरपी सिंकू कुमारी) को पद से विमुक्त किया जा रहा है। इधर समिति के एसजेवाई एमआरपी सिंकू कुमारी कहती है सभी आरोप बेबुनियाद है। मेरे द्वारा किसी प्रकार का वितीय अनियमितता नहीं हुई है। सभी साक्ष्य मेरे पास मौजूद है।
बिना बिल के साथ समान का मिलान जांच किए हुए, सीएम ने लीडर की गैर मौजूदगी में हस्ताक्षर किया एवं खुद सीएम ने लीडर का हस्ताक्षर बिल पर किया। मुझे साजिश के तहत पद से विमुक्त किया गया एवं एक पक्षीय कार्रवाई की गई। सभी लोग दुर्भावना से ग्रसित होकर मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा तथा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। न्याय नहीं मिलने पर सभी के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील की बातें बतायी है। वहीं बीपीएम मनोज कुमार कहते हैं कि इसमे मेरी कोई भूमिका नहीं है। इस कार्य के लिए संकुल ही सर्वोपरि होता है।
भईया जी की रिपोर्ट