बिहार के बड़े व्यापारी गोपाल खेमका की बीती रात राजधानी पटना में गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावर पहले से घात लगाकर बैठे थे और जैसे ही गोपाल खेमका रामगुलाम चौक पर अपनी कार से उतरे, उन्होंने गोलियां बरसा कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। गोपाल खेमका एक डॉक्टर थे। एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने हेल्थकेयर के सेक्टर में अपना बिजनेस से शुरू किया। इसके अलावा वैशाली के हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में उनकी कार्टन फैक्ट्री थी जिसकी देखरेख उनके बड़े बेटे गुंजन किया करते थे। यह भी उल्लेखनीय है कि खेमका परिवार में यह दूसरा मर्डर है। इससे पहले 2018 में गोपाल खेमका के बड़े बेटे गुंजन खेमका की भी इसी तरह हत्या कर दी गई थी।
इधर हत्या के बाद खेमका परिवार ने आरोप लगाया है कि मर्डर वाली जगह से गांधी मैदान थाना 500 मीटर दूर है, लेकिन पुलिस डेढ़ घंटे के बाद आई। पुुलिस ने फिलहाल पटना सेंट्रल की एसपी के नेतृत्व में जांच शुरू की है। डीजीपी के निर्देश पर इस हत्याकांड की जांच एसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम कर रही है। घटना के वक्त गोपाल खेमका का परिवार दिल्ली में था। खबर है कि हत्या की जानकारी मिलने के बाद उनके परिजन पटना पहुंच चुके हैं। खेमका के पड़ोसियों का कहना है कि उनके छोटे बेटे पर भी कुछ ही माह पहले जानलेवा हमला हुआ था, लेकिन वे बच गए थे।
बताया जा रहा कि गोपाल खेमका रात में बांकीपुर क्लब से घर लौट रहे थे। रामगुलाम चौक के पास जैसे ही वो अपनी गाड़ी लगा कर उतरे, अपराधियों ने उनके सिर में ही गोली मार दी। गोपाल खेमका के परिजनों ने आरोप लगाया कि अपराधियों ने गांधी मैदान थाने से करीब ढाई सौ मीटर की दूरी पर इस वारदात को अंजाम दिया और आराम से फरार हो गए। मगध हॉस्पिटल के मालिक गोपाल खेमका की हत्या के बाद सनसनी मच गई। परिजन हंगामा करने लगे। परिजनों ने कहा कि हत्या के करीब डेढ़ घंटे तक पटना पुलिस नहीं पहुंची। पटना एसएसपी का मोबाइल भी बंद पाया गया। वारदात के बाद रात करीब साढ़े 11 बजे से सुबह सात बजे तक पटना एसएसपी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे।