बिहार के खगड़िया जिले में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता गोपाल कुमार को निगरानी विभाग की टीम ने 75 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियंता का नाम गोपाल कुमार बताया जाता है और वे नौकरी देने के नाम पर यह रिश्वत वसूल रहे थे। पीड़ित की शिकायत पर विशेष निगरानी इकाई पटना की टीम ने विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता गोपाल कुमार के खगड़िया स्थित आवास पर जाल बिछाकर छापेमारी की यह कार्रवाई की। निगरानी टीम ने डीएसपी राजकुमार सिंह के नेतृत्व में छापेमारी दल को भेजा और अभियंता को रंगे हाथ दबोच लिया। अभियंता के पास से 75 हजार रुपये की रिश्वत राशि बरामद की गई। इस मामले में आवश्यक कागजात और अन्य साक्ष्य भी जब्त किए गए हैं। अब आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार पीड़ितब्रजेश कुमार ने एसवीयू में शिकायत दर्ज कराई कि कार्यपालक अभियंता मानव बल (मजदूर) के पद पर बहाली के लिए उनसे 75,000 रुपयों की मांग कर रहे हैं। शिकायत की जांच-पड़ताल के बाद एसवीयू की टीम ने एक सुनियोजित जाल बिछाया और अभियंता को रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद अभियंता गोपाल कुमार के खिलाफ कांड संख्या 13/25, दिनांक 03.07.2025 को मामला दर्ज किया गया। निगरानी टीम उन्हें आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पटना ले गई है। इस गिरफ्तारी से बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है और इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी की बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
मानसी चतरा निवासी ब्रजेश कुमार ने निगरानी विभाग को शिकायत दी थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए निगरानी विभाग के डीएसपी राजकुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया। जैसे ही ब्रजेश कुमार ने तयशुदा राशि अभियंता को सौंपी, टीम ने मौके पर धावा बोल दिया और गोपाल कुमार को घूस की रकम के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। छापेमारी के दौरान अभियंता ने खुद भी स्वीकार किया कि उन्होंने मजदूर की नियुक्ति के लिए पैसे की मांग की थी।