नवादा : जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश की अध्यक्षता में कार्यालय प्रकोष्ठ में मेसकौर में जल संकट के दीर्घकालिक समाधान हेतु बैठक आयोजित की गई। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में जल संकटग्रस्त क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से तात्कालिक जलापूर्ति सुनिश्चित की जा रही है तथा प्राथमिकता के आधार पर अस्पताल, प्रखंड कार्यालय जैसे आवश्यक संस्थानों में पाइपलाइन की मरम्मति कराकर जल आपूर्ति बहाल की जा रही है।
जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि पेयजल संकट को स्थायी रूप से दूर करने हेतु लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की हाइड्रोजियोलॉजिस्ट टीम द्वारा मेसकौर प्रखंड में 23/06/2025 तक भूगर्भीय जल स्रोतों की पहचान की जाएगी। इसके लिए स्थानीय नागरिकों से भी जानकारी लेकर संभावित जल स्रोतों को चिन्हित कर,लोक स्वास्थ्य प्रमंडल द्वारा आवश्यकतानुसार बोरिंग कराई जाएगी।
बैठक में मुख्य अभियंता श्री हरे राम ने बताया कि मेसकौर क्षेत्र की भूमि के नीचे पथरीली परत होने के कारण जलसंचयन में कठिनाई होती है, जिससे मोटर फेल होने की समस्या उत्पन्न होती है और गहराई तक बोरिंग करने के बावजूद जल नहीं मिल पाता है। टीम के सदस्यों ने बताया कि मेसकौर में जल संकट के स्थायी समाधान हेतु तीन प्रमुख विकल्पों पर विचार किया जा सकता है :-
1. गया जिले के तेतर डैम से जलापूर्ति,
2. फुलवरिया जलाशय से जल उपलब्धता,
3. गंगा जल आपूर्ति योजना के तहत क्षेत्र को शामिल करने की नयी पाइपलाइन।
जिलाधिकारी ने तीनों विकल्पों के विस्तृत अध्ययन कर एक सप्ताह के भीतर विभाग को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।बैठक में उप विकास आयुक्त श्रीमती प्रियंका रानी, कार्यपालक अभियंता PHED श्री अरुण प्रकाश, कार्यपालक अभियंता परियोजना प्रमंडल श्री नितिन कुमार, सहायक अभियंता श्री सुमन कुमार, हाइड्रोजियोलॉजिस्ट श्री पवन कुमार, श्री आशीष परमार, श्री राजीव रंजन सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
भईया जी की रिपोर्ट