नवादा : उग्रवाद प्रभावित गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र के भावनपुर पंचायत वार्ड नम्बर दो में विगत एक वर्ष से पेयजल के लिए हाहाकार मचा है। ऐसा किसी अन्य कारण से नहीं बल्कि बोरिंग के फेल रहने के कारण कारण हुआ है। आश्चर्य यह कि बोरिंग कराये जाने के तीन महीने बाद भी विभाग द्वारा इसे चालू नहीं कराये जाने से मनुष्य से लेकर पशुओं तक को चिलचिलाती धूप में पानी के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है।
वार्ड के करीब 115 घरों के लोग नल जल पर निर्भर हैं। ऐसे समय में नल जल योजना चालू नहीं रहने से एकमात्र आंगनबाड़ी पहाड़ी चापाकल पर लोगों को निर्भर रहना पड़ता है। सुबह चार बजते ही पानी के लिए भीड़ लग जाती है।
सूचना बीडीओ को दी गयी है। इस बावत बीडीओ का कहना है कि यह कार्य पीएचईडी का है या फिर समाहर्ता का। शिकायत वहां किजिए। ऐसे में लाभुकों ने समाहर्ता से व्यक्तिगत हस्तक्षेप कर पेयजल आपूर्ति बहाल कराने की गुहार लगायी है।
भईया जी की रिपोर्ट