नवादा : ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार की पहल पर संचालित महिला संवाद कार्यक्रम जिले में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। कार्यक्रम जिला में 18 अप्रैल से 15 जून 2025 तक अनवरत रूप से चला। इस दौरान जिले के सभी 14 प्रखंडों में कुल 1510 जीविका महिला ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में 02 लाख 79 हजार से अधिक ग्रामीण लोगों की भागीदारी दर्ज की गई। जिसमें जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 2 लाख 43 हजार 646 महिलाएं एवं 19 हजार 787 अन्य स्थानीय महिलाएं तथा 15 हजार 995 पुरुष ने भाग लिया। महिला संवाद कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को बिहार सरकार की महिला उत्थान हेतु संचालित महत्वकांक्षी योजनाओं के संचालन एवं सफलता से अवगत कराया गया।
महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण की दिशा में क्रियान्वित महिलाओं के लिए आरक्षण, बिहार राज्य महिला सशक्तीकरण नीति, नशामुक्ति अभियान, बाल विवाह एवं दहेज़ प्रथा उन्मूलन अभियान, बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका), सतत् जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, मुख्यमंत्री पोशाक योजना, बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोषक योजना, मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना, मुख्यमंत्री बालिका (इंटरमीडिएट) प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना, कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री मेधावृत्ति योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, अक्षर आंचल योजना तथा बिहार निरूशक्तता पेंशन योजना आदि के बारे में लीफलेट और ऑडियो-वीडियो के माध्यम से महिलाओं को जानकारी दी गयी।
महिला संवाद कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण का केंद्र एलईडी युक्त महिला संवाद रथ रहा, जिसके माध्यम से 45 मिनट की अवधी में 3 वीडियो दिखाकर बिहार सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में दिखाया गया। इसके अलावा बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण की दिशा में क्रियान्वित महत्वकांक्षी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने हेतु कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं के बीच लीफलेट भी वितरित किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सन्देश पत्र भी वितरित किया गया।
महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं की मुखरता, स्वावलंबन एव सशक्तीकरण की झलक देखने को मिली। सरकार की योजना का लाभ लेकर अपनी मेहनत और जिजीविषा से आर्थिक स्वावलंबन की राह बनाने वाली महिलाएं, संवाद कार्यक्रम के दौरान अपने आत्मनिर्भर जीवन और जीवंत अनुभवों से कार्यक्रम में भाग लेने वाली अन्य महिलाओं को प्रेरित की। साथ हीं, महिलाएं ने अपने गांव और समाज के विकास के लिए अपने आकांक्षाओं को भी खुलकर व्यक्त की। महिला संवाद के दौरान जिला में महिलाओं की ओर से 39 हजार 683 आकांक्षाएं निकल कर सामने आई है।
महिला संवाद के दौरान प्राप्त इन आकांक्षाओं को मोबाइल एप्प के माध्यम से दर्ज किया गया। प्राप्त आकांक्षाओं में विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा विद्यालय का उन्नयन, जल निकासी की सुविधा, स्वास्थ्य केंद्र की उपलब्धता, जीविका भवन, कुटीर उद्योग की मांग ,सामाजिक सुरक्षा योजना से जुड़े पेंशन की राशि में बढ़ोतरी, सड़क की मांग,,रोजगार, सामुदिक भवन की मांग, नल-जल, आवास, परिवहन, सामुदायिक शौचालय की मांग आदि प्रमुख रहे।
जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक मनोज कुमार गिरी ने बताया कि महिला संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ना और उनकी असली समस्याओं को नीति-निर्माण की प्राथमिकता में लाना था। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं द्वारा 39 हजार 683 आकांक्षाओं को चिह्नित किया गया है, जिन्हें जिला प्रशासन के माध्यम से संबंधित विभागों को अग्रसारित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के आयोजन में जहाँ ग्रामीण महिलाओं का साथ मिला, वहीँ पुरुष वर्ग के द्वारा भी इस कार्यक्रम को समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि लगभग दो माह तक चले इस अभियान के सफलतापूर्वक समापन पर प्रशासन समेत पूरी जीविका टीम को बधाई और धन्यवाद देते हैं।
भईया जी की रिपोर्ट