नवादा : कौआकोल प्रखंड क्षेत्र के पांडेय गंगौट पंचायत अंतर्गत पटोरी-मनसागर गांव में बिजली के शॉट सर्किट से लगी आग में एक किसान के नेवारी का पुंज जलकर राग हो गया। साथ ही उक्त गांव में 72 घण्टें से बिजली आपूर्ति ठप रहने से पेयजल की घोर संकट उत्पन्न होने से पेयजल के लिए जबर्दस्त कोहराम मचा है। ग्रामिणों ने बताया कि बिजली विभाग के जेई और स्थानीय विधायक मो.कामरान को फोन से सम्पर्क कर उतपन्न समस्या का शीघ्र निदान करने का अथक प्रयास किया। पर जेई व विधायक ने तो फोन भी रिसीव तक नहीं किया। जब अधिकारी व जन प्रतिनिधि के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा, तो पीड़ित व समस्याग्रस्त ग्रामीणों ने अंतत्वोगत्वा जनांदोलन के राह पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पेयजल की विषम उत्पन्न संकट के मद्देनजर कौआकोल प्रखंड सह रुपौ थाना के अंतर्गत पांडेय गंगौट पंचायत के दरम्यान पटोरी-मनसागर गांव मेंअहले सुबह करीब 06 बजे नवादा- कौआकोल सड़क को पीड़ित और आक्रोशित ग्रामिणों ने तकरीबन एक घण्टे से ज्यादा देर तक के लिए जाम कर दिया। जाम स्थल के दोनों ओर गाड़ियों और यात्रियों की लम्बी भीड़ व कतारें लग गई। ग्रामीणों के साथ यात्रीगण दोनों नाकोदम थे। ग्रामीण पेयजल से छुटकारा पाने और यात्री ससमय अपने निर्धारित स्थल पर पहुंचने के लिए बेहद बेचैन दिख रहे थे। खासकर पीड़ित महिलाओं का आक्रोश सातवें आसमान पर दिख रहा था। कुछ नौजवान तो नौजवानी के मद और आक्रोश में बदहोश दिखाई पड़ रहे थे।
अपने आक्रोश का इजहार निर्दोष निरीह मासूम नागरिक व मिडिया कर्मी के ऊपर दिखाकर अपनी बदअकली व नालायकीपन का पुख्ता परिचय भी देने से बाज नहीं आ रहे थे। इसी खींचतान के बीच रुपौ पुलिस सड़क जाम की सूचना पर पटोरी-मनसागर गांव पहुंच थानाध्यक्ष ललन राम ने ग्रामिणों को बहला-फुसलाकर और डॉट डपट कर खामोश कर सड़क जाम से शीघ्र मुक्त कराया। अंततः पुलिस डर के आगे जनता अपनी क्रांतिकारी तेवर दिखाने के बजाय नेतृत्वकारियों ने समझौता कर सड़क जाम को वापस ले लिया।
भईया जी की रिपोर्ट