पटना: दो दिन के बिहार प्रवास के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत बुधवार को दिल्ली चले गए। उनका यह प्रवास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बिहार में चल रहे संघ के प्रशिक्षण वर्गों के निमित्त था। वे दो दिन पटना के मरचा मरची रोड स्थित केशव सरस्वती विद्या मंदिर प्रांगण में चल रहे कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग (प्रथम, विशेष) में उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि प्रतिवर्ष गर्मी छुट्टियों में संघ का प्रशिक्षण वर्ग लगता है। संघ का प्रशिक्षण वर्ग 3 वर्षों में पूर्ण होता है। पहले संघ शिक्षा वर्ग – प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष और तृतीय वर्ष होता था। अब इसका नामकरण संघ शिक्षा वर्ग तथा कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग प्रथम एवं द्वितीय हो गया है। संघ शिक्षा वर्ग प्रांत स्तर पर लगता है। कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग (प्रथम) क्षेत्र स्तर पर एवं कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग (द्वितीय) राष्ट्रीय स्तर पर नागपुर में आयोजित किया जाता है। उत्तर पूर्व क्षेत्र (बिहार- झारखण्ड) में 5 वर्ग चल रहे हैं।
बिहार प्रदेश में दो प्रांत है- उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार। इन दोनों प्रांत में चार वर्ग लगे हुए हैं। उत्तर बिहार का संघ शिक्षा वर्ग -पश्चिम चम्पारण, बेतिया में और दक्षिण बिहार का संघ शिक्षा वर्ग पटना के बाढ़ के गुलाबबाग स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में लगा है। कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग (प्रथम, सामान्य) सीतामढ़ी में लगा है। यहाँ क्षेत्र के 118 स्वयंसेवक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। 7,8 और 9 जून को यहाँ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी का प्रवास हुआ था। कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग( प्रथम, विशेष) में 10 और 11 जून को संघ के पूज्य सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत का प्रवास हुआ।