कटिहार के मनिहारी में लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्वेता मिश्रा के ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट पटना की टीम ने छापा मारा। टीम ने कटिहार के फुटानी चौक स्थित उनके आवास पर कागजातों की जांच की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है। जानकारी के अनुसार श्वेता मिश्रा के पटना और यूपी के प्रयागराज स्थित ठिकानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। उनपर आय से 80 लाख अधिक की संपत्ति रखने का आरोप है।
इससे पहले भी श्वेता मिश्रा पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। आरा सदर की भूमि सुधार उप समाहर्ता रहते उन पर रिश्वत मांगने और गलत तरीके से काम करने के गंभीर आरोप लगे थे। श्वेता मिश्रा पर दाखिल-खारिज के आवेदन को पास करने के लिए रिश्वत मांगने की कई शिकायतों की जांच की गई थी। इसके अलावा, उन्होंने बिना बताए अपील के मामलों की सुनवाई की और उन्हें रद्द कर दिया था। यह भी आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर गलत जगह पर कागजात भेजे। उन्होंने निम्न न्यायालय के अभिलेख आदेश की छाया प्रति अंचल अधिकारी आरा सदर की जगह अंचल अधिकारी उदवंत नगर को भेज दी। भोजपुर के जिलाधिकारी ने उनके ऑफिस पर छापा मारा था। उस समय एक बाहरी व्यक्ति काम करते हुए पाया गया था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद ही श्वेता मिश्रा का तबादला कर कटिहार के मनिहारी अनुमंडल में लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी बनाया गया था।
लेकिन मनिहारी में भी उनका वही रवैया बना रहा और शिकायतें आने लगी। राजस्व विभाग के बयान में कहा गया था कि श्वेता मिश्रा पर बाहरी लोगों से गलत तरीके से काम कराने का भी आरोप है। इसके बाद सरकार की विजिलेंस यूनिट उनकी हरकतों पर नजर रखने लगी। जब उनके संपत्ति की जांच की गई तो वह उनके आय से करीब 80 लाख अधिक की पाई गई। बिहार सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस नीति के तहत विजिलेंस ने श्वेता मिश्रा के मनिहारी स्थित आवास और कार्यालय, पटना तथा प्रयागराज स्थित आवास पर एक साथ छापा मारा। अभी विजिलेंस की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है।