औरंगाबाद में रफीगंज स्टेशन पर एक महिला ने अपने चार बच्चों को जहर खिला दिया और फिर खुद भी खा लिया। जहर के कारण तीन बच्चों की मौत हो गई जबकि मां और एक बच्चे की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। मृतकों में तीन बेटियां शामिल हैं। घटना रफीगंज रेलवे स्टेशन पर डाउन प्लेटफार्म पर आज बुधवार हुई। जहर खाने के बाद महिला समेत पांचों को रेलवे प्लेटफॉर्म पर छटपटाता देखकर रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों और स्थानीय लोगों ने सभी को आनन फानन में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां इलाज के दौरान सूर्यमणि (5वर्ष), राधा (3 वर्ष) एवं एक साल की शिवानी की मौत हो गई। वहीं डॉक्टरों ने रितेश (6 वर्ष) और उसकी मां को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
पति से झगड़ा के बाद पत्नी ने उठाया कदम
जानकारी के अनुसार महिला का नाम सोनिया देवी है और वह गोह प्रखंड में बंदेया थाना क्षेत्र के झिकटिया गांव निवासी रवि बिंद की पत्नी है। घटना की सूचना पर मृत बच्चों के चाचा राम सूरज बिंद और मौसी बेबी देवी रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। इस दौरान दोनों का रो-रो कर बेहद बुरा हाल था। अस्पताल में सोनिया के देवर रामसूरज बिंद ने बताया कि मंगलवार की रात भाभी का भईया से झगड़ा हुआ था। बुधवार की सुबह भईया रवि बिंद कहीं काम करने चले गए। भईया के काम पर जाने के बाद जानकारी मिली कि भाभी सोनिया देवी अपने चारों बच्चों को साथ लेकर अपने मायके नालंदा जाने के लिए रफीगंज स्टेशन चली गई। भाभी के घर से स्टेशन जाने के कुछ ही घंटे बाद हमें वहां से सूचना मिली कि भाभी ने अपने चारों बच्चों के साथ जहर खाकर जान देने की कोशिश की है।
रफीगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची हुई है और पड़ताल कर रही है। पुलिस ने तीनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। आरपीएफ इंस्पेक्टर राम सुमेर ने बताया कि जवानों ने उन्हे सूचना दी कि रफीगंज स्टेशन के डाउन प्लेटफार्म पर एक महिला सहित चार बच्चे छटपटा रहे हैं। सूचना मिलते ही फौरन मौके पर पहुंचे और पांचों को टेम्पो से इलाज के लिए रफीगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जहां इलाज के दौरान तीन बच्चों की मौत हो गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि मामला मां द्वारा चार बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाकर खुद भी जहर खा लेने का है। इनमें तीन बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि एक पुत्र रितेश कुमार और उसकी मां सोनिया देवी को हालत नाजुक देखते हुए बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर किया गया है।