पाकिस्तान की तरफ से किए गए हमले में शहीद हुए बिहार के एक और जवान रामबाबू प्रसाद का शव पटना लाया गया। रामबाबू प्रसाद सेना में आपरेटर के पद पर थे और वे बिहार के सीवान जिले के रहने वाले थे। देश के वीर सपूत रामबाबू का पार्थिव शरीर जैसे ही विमान से पटना एयरपोर्ट पर उतारा गया, लोगों ने भारत माता की जय, बंदे मातरम नारे के साथ उनके बलिदान को बुलंद किया। एयरपोर्ट पर राज्य सरकार के मंत्री और नेता प्रतिपक्ष समेत कई गणमान्य लोगों ने शहीद जवान रामबाबू प्रसाद को श्रद्धांजलि दी।
रामबाबू सिंह सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड और जीबी नगर थाने के वसिलपुर गांव के निवासी स्व. राम विचार सिंह के पुत्र थे। उनके पिता हरिहरपुर पंचायत के पूर्व उप मुखिया थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शहीद जवान को श्रद्धांजलि देंगे। बिहार सरकार की तरफ से शहीद जवान के आश्रितों को 50 लाख रुपये दिये जायेंगे। जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर तैनात जवान रामबाबू प्रसाद 12 मई को पाकिस्तानी ड्रोन अटैक में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात करीब 1 बजे उनकी जान चली गई। वे देश की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक S-400 एयर डिफेंस सिस्टम में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे।
शहीद रामबाबू की हाल ही में 14 दिसंबर 2024 को शादी हुई थी। अप्रैल में वे छुट्टी पर सीवान आए थे और वहां से वापस ड्यूटी पर लौट गए थे। यही नहीं, रामबाबू का ट्रांसफर भी उदयपुर हो गया था। लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उन्हें फिलहाल जम्मू-कश्मीर में ही ड्यूटी पर रोक लिया गया था। शहीद का पार्थिव शरीर अब सीवान के उनके पैतृक गांव लाया जाएगा। वहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। रामबाबू की शहादत ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे बिहार को गर्व और शोक से भर दिया है।