नवादा : रोह प्रखंड नजरडीह पंचायत मुखिया के बाद मेसकौर बीडीओ व प्रमुख की मुश्किलें बढ़ गयी है। जिला पंचायत राज अधिकारी ने दोनों से अलग अलग स्पष्टीकरण की मांग की है। स्पष्टीकरण का जबाव मात्र तीन दिनों के अंदर देने के आदेश निर्गत किए गए हैं। बता दें जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल ने मेसकौर बीडीओ की मिलीभगत से प्रमुख द्वारा योजना की राशि अपनी मां द्वारा संचालित एजेंसी को भुगतान करने का आरोप लगाया था। नियमत: ऐसा करना गैर कानूनी है। पंचायत प्रतिनिधि से जुड़े कोई व्यक्ति अपने किसी निजी रिश्तेदार को राशि भुगतान नहीं कर सकता।
सूचना के अधिकार के तहत मांगी गयी दस्तावेज से यह प्रमाणित हो चुका है कि प्रमुख ने नियम को ताक पर रख वह किया जिसकी इजाजत नहीं दिया जा सकता। इसके जबाव में प्रमुख ने बताया कि वे मां से न केवल अलग रहते हैं बल्कि दूसरे गांव में रहते हैं। वैसे कहने को मेरे पास भी बहुत सारे दस्तावेज उपलब्ध हैं जो उनके दावे को न केवल झूठलाता है बल्कि वैसे मामले की अगर जांच हुई तब भी सदस्यता जाना तय है। बहरहाल आगे बहुत कहना न्यायसंगत नहीं होगा। अब जब स्पष्टीकरण की मांग की गयी है तो जबाब का इंतजार हर किसी को रहेगा।
भईया जी की रिपोर्ट