नवादा : नगर के मंगर विगहा में अवस्थित बिहार ग्रामीण बैंक के वरीय प्रबंधक प्रणव प्रशांत ने अंतर्राष्ट्रीय मई सह मजदूर दिवस को शानदार तरीके से मनाते हुए प्रेस वार्ता आयोजित कर कई नई जानकारियां दी। वरीय बैंक प्रबंधक ने बताया कि दक्षिण बिहार व उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का नाम बदलकर बिहार ग्रामीण बैंक कर दिया गया है। पुरे बिहार में केंद्र सरकार की नई बैंकिंग नीति और निर्देशन के तहत बिहार ग्रामीण बैंक नामक अब एक ही बैंक बिहार में रहेगा। दक्षिण बिहार व उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का विलय अहम् ऐतिहासिक मई दिवस के सुअवसर पर अब नव निर्मित बिहार ग्रामीण बैंक बन चुका है। बिहार में इसी नाम से यह बैंक कार्यरत रहते जाना जायेगा। सूचनार्थ सबों को प्रेषित है।
वरीय बैंक प्रबंधक प्रणव प्रशांत ने विस्तार से बैंकों के विलय से ग्राहकों को होने वाले तत्कालिक प्रत्यक्ष बड़ी लाभ व सहूलियत के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बिहार के ग्रामीण अर्थ व्यवस्था के दो अति महत्वपूर्ण स्तंभ दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक तथा उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का दिनांक 01 मई 2025 के प्रभाव से ऐतिहासिक मई दिवस अतिमोहक सुनहला सुअवसर पर सहर्ष विलय व समामेलन हो गया है। इस सार्थक समामेलन से बिहार राज्य में एक मजबूत क्रियाशील सबल व सघन प्रभावकारी , काफी शक्तिशाली व सर्वव्यापी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का निर्माण हुआ, जिसका नाम अब से बिहार ग्रामीण बैंक हो गया है।
सरकारी निर्णयानुसार प्रधान कार्यालय इस बैंक का पटना में ही होगा। बिहार ग्रामीण बैंक अब बिहार के सभी 38 जिलों में कुल 2100 से अधिक शाखाओं और 6500 से भी ज्यादा ग्राहक सेवा केंद्रों के माध्यम से साढ़े 3 करोड़ ग्राहकों को सुलभ सेवा प्रदान कर रही है। शाखा नेटवर्क के मुताबिक बिहार ग्रामीण बैंक अब बिहार राज्य की सबसे बड़ी बैंक है तथा व्यवसाय की मुख्य दृष्टिकोण से बिहार राज्य की तीसरी यह सदुपयोगी सबसे बड़ी बैंक अपने आप में व्यवहारिक अमलीजामा पहनाने में अग्रिम कतार में खड़ा हैं।
बिहार ग्रामीण बैंक नवादा के क्षेत्रीय प्रबंधक विपुल सौरभ ने बताया कि यह अमूल्य विलय व ऐतिहासिक समामेलन ” एक राज्य एक ग्रामीण बैंक ” के दरम्यान वित्त मंत्रालय भारत सरकार की ओर से जारी प्रमाणिक अधिसूचना के अंतर्निहित दृष्टिकोण के मद्देनजर बिहार के प्रत्येक जिलों में ग्रामीण आबादी को बेहतर व सुलभ बैंकिंग सेवा प्रदान करने,कृषि विकास को तीब्र गति प्रदान करने एवं वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहन व बढ़ावा देने के मूल मकसद से ही किया गया है, जो अपने निर्धारित लक्ष्य-उद्देश्य अनुरूप व अपने कर्तव्यनिष्ठां के ऊपर पुर्णतः निर्भर हैं।
बिहार ग्रामीण बैंक जो पूरे बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों की बड़े विशिष्ट जरुरतमंद आवश्यकताओं को और ज्यादा प्रभावी व अच्छी तरीके से पूरा कर सकेगा। उन्होंने आगे बताया कि विस्तृत शाखा नेटवर्क व ग्रामीण अर्थव्यवस्था की गहरी जमीनी सामर्थ जबावदेही के मद्देनजर हम किसानों,मजदूरों, मेहनतकशों, स्वयं सहायता समूहों एवं सभी ग्रामीण उद्यमियों को बेहतर वित्तीय सहायता पहुंचाने में सार्थक व सक्षम होंगे। इससे पिछड़े बिहार राज्य को समावेशी अधिक विकास होगा।
यह समामेलन हमारे नजदीकी प्रतिबद्ध ग्राहकों,सहायक कर्मचारियों व सब हितधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भावी दिनों में अटल साबित होगा। एकजुट होकर सब एक सबल व टिकाऊ बैंक संस्थान का निर्माण कर बहुत सुंदर व उम्दा तकनीक,विविध उत्पादों व बेहतर सेवाओं के साथ ही उत्तम व्यापक पहुंच प्रदान करने में यह बैंक अग्रगामी चौकी पर खड़ा रहेगा। हमारे बैंक का साझा लक्ष्य व उदेश्य है कि बिहार के गरीब ग्रामीण समुदायों की गुणात्मक समृद्धि और अनगिनत प्रगति में यथासम्भव सक्रिय सहयोग व सार्थक दिशा निर्देश प्रदान करना हमारा प्राथमिकता के बतौर है।
बैंक अधिकारीयों ने बताया कि ग्रामीण बैंक के समामेलन तथा विलय के उपरान्त तमाम प्रभावी नए बैंक में पुराने दोनों बैकों के ग्राहकों, कार्यरत कर्मचारियों, सब हितधारियों की वर्तमान सेवाएं, अपने अधिकार व दायित्व एवं हित बिल्कुल सुरक्षित हैं, जो किसी विघ्न व आरोप के किसी भी नए बैंक में हस्तनांतरित हो गए हैं। केंद्रीय सरकार के निदेशानुसार इस समामेलन से पूर्व प्रदत्त ग्राहक सेवा किसी भी तरह से कदापि कभी प्रभावित नहीं होगी, बल्कि सुचारू रूप से लगातार अनवरत सरकार प्रदत्त सुविधा सदैव जारी रहेगा।
विलय व समामेलन के बाद बिहार राज्य की नई बैंक बिहार ग्रामीण बैंक पहले से कई गुणा बेहतर सेवा प्रदान करने के साथ ही अब एक नये डिजिटल उत्पादों को विकास तथा बढ़ावा देने हेतु अडिग व प्रतिबद्ध हैं। मौके पर बिहार ग्रामीण बैंक,क्षेत्रीय कार्यालय के वरीय बैंक प्रबन्धक प्रणव प्रशांत, प्रबंधक रोहित कुमार और प्रबंधक अक्षय कुमार सिन्हा तथा सहायक प्रबंधक सुमित कुमार कर्ण के साथ सभी बैंक कर्मी, सक्रिय व अनुशासित तरीके से उपस्थित थे।
भईया जी की रिपोर्ट