पटना: पत्रकारिता का कर्म केवल एक पेशा भर नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक व राष्ट्रीय जिम्मेदारी भी है। इसमें पत्रकार अपनी व्यक्तिगत रुचि को देशहित के अनुसार परिमार्जित करता है। उक्त बातें पटना विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर पत्रकारिता एवं जनसंचार (एमजेएमसी) पाठ्यक्रम के निदेशक डॉ. विजय कुमार ने बुधवार को कहीं। वे 2023-25 बैच के फेयरवेल समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कि पत्रकारिता की पढ़ाई करने का अर्थ हुआ कि आपने संघर्ष को अपना साथी बना लिया है। यहां से पढ़कर निकलने वाले छात्रों ने देश के बड़े मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं और पटना विश्वविद्यालय का नाम बढ़ाया है।
एमजेएमसी की समन्यवयक डॉ. शिप्रा शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता के पाठ्यक्रम से मीडिया जगत को प्रतिभावान मानव संसाधन प्राप्त हुए हैं। फेयरवेल समारोह शिक्षा के अंत का परिचायक नहीं है, बल्कि यह आपकी शैक्षिक यात्रा का पड़ाव तथा पेशेवर यात्रा के आरंभ का बिंदु है। मीडिया शिक्षक डॉ. गौतम कुमार ने कहा कि बिहार का शायद ही कोई मीडिया हाउस होगा, जहां पटना वि.वि. के छात्र पत्रकार के रूप में सेवा नहीं दे रहा हो। उन्होंने पत्रकारिता के पूर्व छात्रों की उपलब्धियां भी साझा कीं। फेयरवेल समारोह में सेकेंड सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों को विदाई दी। इस अवसर पर म्यूजिकल चेयर, फिल्म क्विज, कविताई आदि का भी आयोजन हुआ। निदेशक डॉ. विजय कुमार ने चतुर्थ सेमेस्टर के सभी विद्यार्थियों को स्मृतिचिन्ह देकर आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर हिंदी विभाग के डॉ. उत्तम कुमार नोनिया, पटना कॉलेज के डॉ. राधेश्याम, मीडिया शिक्षक मुद्दसिर सिद्दिकी, प्रशांत रंजन समेत दो सेमेस्टर के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।