नवादा : लोग कहते हैं भैया जी की कलम हमेशा प्रशासन के खिलाफ आग उगलती है। मैं कहता हूं नहीं, ऐसी कोई बात नहीं है। मेरे पास जब पुख्ता प्रमाण होता है तभी कलम उठाता हूं। निर्णय आपको लेना है क्या सही और क्या ग़लत है। इसी प्रकार का एक मामला रजौली थाने का सामने आया है। खनन विभाग ने रजौली अनुमंडल कार्यालय के पास अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे अवैध गिट्टी कारोबार का पर्दाफाश करते हुए गिट्टी समेत कई ट्रैक्टरों को जप्त किया था। इस बावत 23 जनवरी 25 को थाने में विधिवत प्राथमिकी दर्ज कराई गयी थी। दर्ज प्राथमिकी में कई को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। प्राथमिकी के लगभग तीन माह पूरे होने को है लेकिन क्या अबतक एक की भी गिरफ्तारी हुई क्या?
अगर नहीं तो क्यों?
जाहिर है जब पुलिस के साथ आपकी सांठगांठ हो तो एक क्या सैंकड़ों प्राथमिकी क्यों न हो जाय कोई बाल बांका नहीं कर सकता। अब आप फिर कहेंगे आपके पास क्या प्रमाण है? भाई प्रणाम है मैं आपको सिर्फ खबर नहीं प्रमाण दे रहा हूं। बगैर प्रमाण मैं किसी पर उंगली क्यों उठाउंगा। तो एकबार फिर सवाल एसपी साहब से ऐसे में माफियाओं पर अंकुश लगेगा क्या? अगर नहीं तो सरकारी राजस्व को नुक्सान होता रहेगा। आवश्यकता है माफियाओं पर अंकुश लगाने की , अन्यथा ऐसी प्राथमिकी दर्ज कर न्यायालय पर बोझ बढ़ना क्यों?
भईया जी की रिपोर्ट