राजधानी पटना में एक महिला बैंककर्मी से उसके ही बैंक के एक बड़े अधिकारी द्वारा दुष्कर्म की कोशिश का मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़िता ने बैंक के सीनियर अफसर पर संगीन इल्जाम लगाते हुुए एसके पुरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पीड़ित महिला एक निजी बैंक में काम करती है। महिला ने अपने अफसर पर जबरन शराब पीने का दबाव बनाने और दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगाया है। अपनी शिकायत में महिला बैंककर्मी ने बताया कि उसके इंकार करने पर आरोपित ने उसका हाथ पकड़ लिया। तभी हॉस्टल संचालक ने बाहर जाकर दरवाजा बंद कर दिया जिसके बाद अधिकारी ने महिला के साथ दुष्कर्म की कोशिश की। किसी तरह उसने दरवाजा खटखटाया और शोर मचाया जिसके बाद वह वहां से बाहर निकल सकी।
एसके पुरी पुलिस ने इस मामले में रेप की कोशिश की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला द्वारा दायर प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया है कि सगुना मोड़ स्थित बैंक के ब्रांच में काम करनेवाले अधिकारी ने दोपहर करीब तीन बजे चिकित्सकीय विमर्श लेने के लिए महिला को बोरिंग रोड स्थित एक हॉस्टल में बुलाया। वहां जब वह पहुंची तो उसने देखा कि बैंक का अधिकारी नशे में धुत्त था। इसके बाद उक्त बैंक अधिकारी महिला को भी शराब पीने के लिए दबाव बनाने लगा। जब महिला बैंककर्मी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया तब उसने गलत नीयत से महिला का हाथ पकड़ लिया और अपनी तरफ खींचने लगा।
बताया जाता है कि आरोपित बैंक अफसर महिला की बैंका का ब्रांच हेड है। पीड़ित बैंककर्मी महिला ने इस संबंध में हॉस्टल संचालक पर भी बैंक अधिकारी का साथ देने का आरोप लगाया। उसने बताया कि जब उक्त बैंक अफसर उसके साथ रेप की कोशिश करने लगा तो हॉस्टल संचालक ने उसके निर्देश पर बाहर से कमरे का दरवाजा बंद कर दिया ताकि वह वहां से नहीं निकल सके। महिला ने कहा कि हॉस्टल संचालक ने बाहर जाकर दरवाजा बंद कर दिया था, जिसके कारण वो कमरे में ही फंस गयी थी। महिला का दावा है कि उसने किसी तरह दरवाजा को खटखटाया और उसकी आवाज सुनकर लोग जमा हुए। लोगों ने दरवाजा खोला तो वो कमरे से बाहर निकल सकी।