नवादा : जिले में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए न्यायालय कार्य प्रातः कालीन आरंभ हो गया। बावजूद गर्मी तो गर्मी है। ठंड और बरसात कमोवेश लोग बर्दाश्त कर लेते हैं लेकिन गर्मी बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है। प्रातः कालीन न्यायालय कार्य के पहले ही दिन महिला अधिवक्ता शालिनी कुमारी न्यायालय परिसर में बेहोश हो गयी। आनन फानन में उन्हें पूर्व सिविल सर्जन डॉ विमल प्रसाद के निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया जहां से सदर अस्पताल स्थानांतरित कर दिया गया।
ऐसा 25 साल से अधिवक्तागण के झुगी झोपड़ी में काम करते रहने के कारण हो रहा है। अधिवक्ताओं ने आशियाना के लिए दर्जनों बार आंदोलन किया गया। सरकार द्वारा आश्वासन भी मिला लेकिन जमीन नहीं मिला। हर साल भीषण गर्मी व तपती धूप में बीमार हो की अधिवक्ता स्वर्ग सिधार गए जमीन तक उपलब्ध नहीं कराया गया। ऐसे में एक बार अधिवक्ताओं ने सरकार व जन प्रतिनिधियों से आग्रह किया है किया की जल्द जल्द से जल्द बार के लिए जमीन उपलब्ध कराया जाय।
जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार सिन्हा, पूर्व महासचिव संत शरण शर्मा, अजित कुमार, ब्रज किशोर सिंह, वरिय अधिवक्ता प्रमोद कुमार बर्मा, राम कृष्णा प्रसाद, संजय प्रियदर्शि, सुनीता कुमारी नीलम प्रवीन, रीना कुमारी, अमित कुमार, संजय सिंह, बिपिन कुमार सिंह, राम विनय सिंह, अखिलेश नारायण, राकेश कुमार, के के चौधरी, सकल देव यादव, राम खेलावन यादव, अनिल सिंह, रामाश्रय सिंह, डा ज्योति कुमार सहित सेकड़ों अधिवक्ताओं ने जल्द से जल्द बार के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग की है।
भईया जी की रिपोर्ट