नवादा : मार्च माह में ही अग्निदेव ने तांडव मचाना आरंभ कर दिया है।इस क्रम में घर से लेकर खेत खलिहान को चपेट में लिया है तो मुश्किलें बढ़नी लगी है। जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत रुपौ थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव में बिचाली की पुंज तथा गौशाला में आग लगने से हजारों की संपत्ति जलकर राख हो गया। इस दौरान गौशाला में बंधे एक बछड़ा भी गंभीर रूप से झुलस गया। ग्रामीणों द्वारा काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, अन्यथा आग की लपटें इतनी तेज थी कि कई घरों को अपने आगोश में ले सकता था।
बताया जाता है कि नावाडीह गांव निवासी रामलखन प्रसाद का पुत्र मुकेश कुमार के गौशाला के समीप रहे बिचाली की पुंज में अचानक आग लग गई। तेज हवा के कारण आग की लपटें इतनी तेज गति से आगे बढ़ रही थी कि आग ने देखते ही देखते गौशाला को भी अपने चपेट में ले लिया। जब तक ग्रामीण आग बुझाने के लिए दौड़े और पंपिंग सेट को चालू किया तब तक पूरा गौशाला जल चूका था। इस दौरान गौशाला में बंधे एक बछड़ा बुरी तरह से झुलस गया। बताया जाता है कि आग लगने से पीड़ित व्यक्ति को लगभग 75 से 80 हजार रुपये का नुकसान पहुंचा है। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
पान व गेहूं के खेत में आग लगने से भारी नुक्सान
जिले के हिसुआ प्रखंड के मंझवे गांव में अचानक पान की खेत में आग लगने के बाद आग की चिंगारी ने गेहूं की फसल को भी अपनी चपेट में ले लिया। पान की फसल पूरी तरह से जलकर राख हो गई। मौके पर अग्निशमन की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग कैसे लगी। इसकी जांच जारी है। तकरीबन 5 बीघा में लगे पान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। किसानों के मुताबिक बताया जाता है कि अचानक आग लगने के बाद गांव के लोगों ने किसी तरह आग पर काबू पाने की कोशिश की।
गेहूं के खेत में आग
पान की खेती के बगल में गेहूं का खेत था और चिंगारी की कारण कुछ हिस्सा की गेहूं की फसल में भी आग लग गई है। पूरे गांव की ग्रामीण हाथों में बाल्टी में पानी लेकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। फायर विभाग को भी इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचकर टीम ने काफी मुसीबत का सामना कर आग पर काबू पाने की कोशिश की। लोगों को किसी प्रकार की चिंगारी से सावधान रहने की सलाह दी गई है। खेत के आस- पास किसी प्रकार का कोई आग जलाने से बचने को कहा गया है।
जंगल में लगी आग
जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के हरदिया पंचायत के नावाडीह गांव से दक्षिण नए रेलवे लाइन के पहाड़ी पर भीषण आग लगी हुई है। जिसकी लपटें कई किलोमीटर दूर से ही दिखाई दे रही है। आग की लपटें इतनी तेज है कि उससे जोर जोर से आवाज निकल रही है। समय रहते इस समय आग पर काबू नहीं पाया गया तो आग जंगल के बड़े भू भाग को तबाह कर सकती है। जंगल में निवास करने वाले जानवर अपनी जान बचाने को लेकर शहरी इलाके में भाग सकते हैं। जिससे जंगली जानवर को भी खतरा है।
फैल रही है आग
दूसरी ओर जंगलों में आग तेजी से फैल रही है। हरे-भरे घने जंगल को इस भीषण आग ने अपनी आगोश में ले लिया है। जंगली जानवरों पर भी इसका साफ असर दिख रहा है। पिछले कई दिनों से इस इलाके में लगी आग ने धीरे-धीरे भयावह रूप ले लिया है। कई बड़े-बड़े पेड़ जलकर गिर रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक एक दिन पहले एक जगह पर आग लगी थी,जो अब कई एकड़ में फैल गई है। बताया जाता है कि महुआ चुनने के दौरान लोग जंगल में आग लगा देते हैं। जिसके कारण यह आग पर्वत में फैलने लगती है। पूरे जंगल में धुंआ ही धुआं दिख रहा है। अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।
भईया जी की रिपोर्ट