नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखण्ड बकसंडा पंचायत मुखिया पर जिला प्रशासन मेहरबान है। तभी तो आयुक्त द्वारा वित्तीय अनियमितता में दोषी पाए जाने पर पदच्युत करने की काफी पूर्व अनुसंशा के बावजूद मनरेगा में लूट की खुली छूट दे रखी है। मुखिया द्वारा पीओ व पीआरएस की मिलीभगत से लूट का साम्राज्य कायम कर रखा है।
अखबारों व सोशल मीडिया पर प्रमाण के साथ खबरें सुर्खियों में रही है। बावजूद कार्रवाई तो दूर जांच तक कराना जिला प्रशासन को गंवारा नहीं। वैसे तो पूरे जिले की यही स्थिति है। लेकिन बकसंडा पंचायत कुछ अलग कहानी कह रहा है। जी हां! यह हम नहीं बल्कि खुद मनरेगा के बेवसाइट पर लोड दस्तावेज व पुख्ता प्रमाण के लिए वीडियो कह रहा है।
ताज़ा मामला पथ निर्माण से जुड़ा है। रंजीत सिंह के मशीन से कुन्दन सिंह के घर तक पथ निर्माण कार्य आरंभ कराया गया है। मिट्टी भराई कार्य जलछाजन द्वारा फेंके गए मिट्टी से पूर्व में हो चुका है। अब उक्त मिट्टी को मनरेगा से भरा दिखा राशि की निकासी पीओ व पीआरएस की मिलीभगत से करा राशि की बंदरबांट कर ली गई। अब सबसे बड़ा सवाल जांच करेगा कौन? जब जिला प्रशासन मेहरबान हो तो मुखिया की मनमानी तो चलेगी ही। आखिर मामला दबेगा कबतक डीएम साहब?
भईया जी की रिपोर्ट