नवादा : बेख़ौफ़ अपराधियों का कहर तो जारी ही है साथ में अपराधी पुलिस तक बेलगाम हो गयी है। ऐसे में प्रतिदिन कहीं न कहीं घटना को अंजाम दिया जा रहा है। खबर नेमदारगंज थाना क्षेत्र के फरहा गांव का है, जहां महिला की हत्या के बाद के श्मशान में जलाये जा रहे शव को मायके वालों ने जलती चिता से निकाल लिया। महिला की संदिग्ध मौत के बाद बगैर मायके वालों को सूचित किये परिजन दाह संस्कार कर रहे थे। इस बीच मृतका के मायके वाले पहुंचे और उन्होंने जलती चिता से शव निकाला तथा पुलिस को सूचना दी और ससुराल के लोगों पर हत्या का आरोप लगाया।
मृतका के पिता ने बताया कि वर्ष 2014 में उन्होंने अपनी बेटी की शादी रामबालक रविदास के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ की थी। शादी के कुछ दिन बाद ठीक ठाक रहा लेकिन उसके बाद ससुराल के लोगों ने दहेज़ के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। दहेज़ की मांग पूरी नहीं करने पर ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर दी और गुपचुप तरीके से शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे। ग्रामीणों ने सूचना मृतिका के पिता को दी और वे सीधे श्मशान घाट पहुंच कर चिता से अधजली शव को निकलवाया। सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने अधजली शव बरामद कर मामले की छानबीन में जुटी है।
भईया जी की रिपोर्ट