नवादा : जिले में थानेदारों की मनमानी चरम है। अधिकारियों को बरगला व मनगढ़ंत कहानी के सहारे निर्दोषों को फंसा थाना- नाथा का खेल जारी है। ऐसे में न्याय का गला घोंटा जा रहा है। ताज़ा मामला नेमदारगंज थाना क्षेत्र के जलालपुर गांव में 21/11/24 को घटित दिलीप सिंह (65) हत्या मामले से जुड़ा है। उक्त मामले में पत्नी सुदामा देवी के बयान पर कांड संख्या 364/24 दर्ज कर निर्दोषों को फंसाया गया है।
जाहिर है ऐसा सिर्फ और सिर्फ थानेदार ने अपने निजी लाभ के लिए पीड़ित पर दबाव बनाकर किया है । आश्चर्य तो यह कि वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद रहने के बावजूद इसकी जांच तक नहीं की गयी। न्याय की मांग रही भीख:- जब निर्दोष पुत्रों को फंसाया गया तो मां राजकुमारी देवी थाने से लेकर एसपी तक न्याय के लिए चक्कर काट रही है। थाने से लेकर एसडीपीओ से न्याय नहीं मिला तो एसपी का आसरा है सो पहुंच गयी एसपी दरबार।
उन्होंने आवेदन दे अपनी दास्तां सुनायी। दास्तां व उपलब्ध कराये गये साक्ष्यों के अवलोकन के बाद एसपी ने समीक्षा करने व आवश्यकता पड़ने पर स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण करने का आश्वासन दिया तो आश जगी है। अगर ऐसा हुआ तो थानाध्यक्ष की पोल तो खुलेगी ही बेनकाब किया जा सकेगा। लेकिन ऐसा हो भी पायेगा? इसमें संदेह बरकरार है। बहरहाल गेंद एसपी के पाले में है और मां को न्याय का इंतजार है।
भईया जी की रिपोर्ट