-एमडीएम में गड़बड़ी पाये जाने पर चुप्पी क्यों?
नवादा : जिले के रजौली अनुमंडल मुख्यालय राजकीय मध्य कभी गुलजार हुआ करता था लेकिन आज वीरान है। कारण स्पष्ट है प्रधानाध्यापिका पर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों की मेहरबानी। ऐसे में छात्रों की संख्या में लगातार कमी आती जा रही है।
बात करते हैं मुद्दे की। बुधवार को मध्य विद्यालय में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बैठक का आयोजन किया था। तब वहां मात्र 40 छात्र मौजूद थे लेकिन उपस्थिति 240 थी। जाहिर है उपस्थिति के आलोक में एमडीएम बनाया गया था। जांच के क्रम में डीईओ ने निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन बना नहीं पाया। इसके साथ ही भोजन ऐसा कि कुत्ते भी न खायें। डीईओ अनियमितता देख भड़क उठे थे तथा प्रधानाध्यापिका ममता रानी को जमकर खरी खोटी सुनाई थी। यहां तक कि डीईओ बगैर भोजन किये प्रस्थान कर गये थे।
इसके पूर्व 18 दिसंबर 2024 को डीपीओ मजहर हुसैन द्वारा की गयी जांच में भी एमडीएम में फर्जीवाड़ा पाया गया था, बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गयी। जबकि विद्यालय सूत्र जांच की पुष्टि कर रहा है। इस बावत डीईओ दिनेश कुमार चौधरी ने बताया कि वहां सिर्फ बैठक हुई थी न कि निरीक्षण किया गया था। जाहिर है डीईओ बचाने का काम कर रहे हैं। अब सबसे बड़ा सवाल ऐसा क्यों?
भईया जी की रिपोर्ट