पटना : राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी), कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार ने विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान को आधिकारिक तौर पर अवॉर्डिंग बॉडी के रूप में कार्य करने की मान्यता दी है। शिक्षा क्षेत्र में व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण को मजबूत करने के उद्देश्य से इस मसौदे पर (एमएसडीई) के सचिव एवं एनसीवीईटी के अध्यक्ष अतुल कुमार तिवारी एवं विद्या भारती के राष्ट्रीय महामंत्री अवनीश भटनागर, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष जैन पाल जैन एवं संगठन के कई प्रतिनिधियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। ये जानकारी सरस्वती विद्या मंदिर, पुरानीगंज, मुंगेर के आचार्य सह क्षेत्रीय सहसंयोजक प्रचार विभाग संतोष कुमार ने दी।
जानकारी साझा करते हुए आगे उन्होंने बताया कि एनसीवीईटी व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है जो पूरे देश में कौशल विकास कार्यक्रमों के मानकों को स्थापित करने, नियम बनाने एवं उनकी गुणवत्ता और प्रभावशाली प्रशिक्षण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत में सबसे बड़ी शैक्षाणिक संगठन विद्या भारती पूरे देश में समग्र मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने के मिशन के साथ काम करती है। अपने नेटवर्क के तहत 12000 से अधिक स्कूलों के साथ विद्या भारती लगातार शैक्षिक, नवाचार, एकेडमिक उत्कृष्टता और कौशल विकास को बढ़ावा देने में सबसे आगे रही है।
संगठन पारंपरिक शिक्षा के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण को एकीकृत करके छात्रों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय एवं वैश्विक उद्योग मानकों के अनुरूप व्यावहारिक कौशल हासिल करें। यह साझेदारी विद्या भारती को विभिन्न क्षेत्रों में कौशल पाठ्यक्रम प्रदान करने में सक्षम बनाएगी, जिससे छात्रों को उद्योग संबंधित प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। यह सहयोग पारंपरिक शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण के बीच की खाई को पाट कर और भविष्य के लिए कुशल और आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। लगभग 1 साल के अथक प्रयास के बाद यह सफलता प्राप्त हुई है। विद्या भारती के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई।