नवादा : इस्लाम और सुन्नियत का एक महान वैज्ञानिक और अदबी केंद्र मदरसा बाबुल उलूम फैजाने गौस नजामा अकबरपुर के ईदगाह में सोमवार को रात की नमाज के बाद शानदार वार्षिक गौस उलवरा कांफ्रेंस और जश्न हिफ्ज़-ए-क़ुरआन का जलसा आयोजित किया जाना है। आयोजन मौलाना मोहम्मद जहांगीर आलम महजूल कादरी साहब क़िबला, अध्यक्ष तंजीम उलमाए हक़ जिला नवादा की अध्यक्षता में होगा। कार्यक्रम की सरपरस्ती जिले के प्रसिद्ध और प्राचीन खानकाह खानकाहे चिश्तिया छोटा शेखपुरा, नरहट के सज्जादा नशीं पीरे तरीकत हज़रत अल्लामा अलहाज शाह ऐनुद्दीन चिश्ती फरमाएंगे। कांफ्रेंस में भारत की प्रसिद्ध दरगाह कछौछा शरीफ उत्तर प्रदेश से पीरे तरीकत शहजादा-ए-ताज उल इस्लाम हज़र अल्लामा शाह मोहम्मद आरफ अशरफ अशरफी अल जि़लानी साहब क़िबला की विशेष आमद हो रही है।
खुतबाओं में दुनिया भर में प्रसिद्ध ख़तीब पीरे तरीकत हज़रत अल्लामा शाह नूमान अख्तर फाएकुल जमाली मुहतमिम दारुल उलूम फैज़ उल बारी और सज्जादा नशीं खानकाह जमालिया क़ादरिया एवं काज़ी-ए-शहर नवादा, मुबललिग़े इस्लाम हज़रत अल्लामा नबील अख्तर नवाज़ी दिल्ली और मुफक्किर-ए- मिल्लत मुफ्ती-ए-इस्लाम हज़रत मुफ़्ती मुज़फ्फ़र हुसैन रिज़वी मिसबाही काज़ी -ए-शहर गया विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। कांफ्रेंस की निक़ाबत शहजादा-ए- शेरो सुख़न, हज़रत क़ारी दानिश रज़ा दिलबर करेंगे। इसके अलावा, शायरों में शान अली गयावी, वकार ताबिश जमाली, गुलाम दस्तगीर फैजी गयावी, मंज़र शाही, फरहान दिलकश, अली रज़ा नूरी और मुख्तार वारसी का उल्लेखनीय योगदान होगा।
इसके साथ ही, स्थानीय उलमा और ख़तीबों में पीर तरीकत हज़रत मौलाना सैयद अरशद अफज़ली, हज़रत मौलाना सैयद सलमान चिश्ती वली अहद खानकाह चिश्तिया शेखपुरा, हज़रत मौलाना बहाउद्दीन सद्दीकी, हज़रत मौलाना सादिक हुसैन अशरफी, मुफ़्ती नवेद सरवर मिस्बाही, मौलाना जमशेद ख़ान अशरफी, मौलाना अमरुल्लाह अशरफी, मौलाना इरफान रज़ा मरकजी, मुफ़्ती मिस्बाह उल हसन मसबाही, मौलाना साबिर हुसैन अशरफी, क़ारी नौशाद आलम ख़ान रिज़वी, मौलाना जमशेद ख़ान रिज़वी, क़ारी अनवर हुसैन रिज़वी, क़ारी ज़फर आलम रिज़वी, मौलाना इम्तियाज आलम यहयाई, क़ारी हनीफ अशरफी, मौलाना दानिश रज़ा जमाली, क़ारी रफीक जमाली, क़ारी फैयाज़ ख़ान रिज़वी सहित दर्जनों अन्य स्थानीय उलमा, ख़तीब और इमाम-ए- मसाजिद शरीक होंगे। स्पष्ट है कि इस भव्य गौसुलवरा कांफ्रेंस और जश्न दस्ता-ए-हिफ्ज़ में तीन हाफिज़ के सिर पर मशाईख और उलमा-ए-कराम के पाक हाथों से दस्ता बांधी जाएगी और सनद भी प्रदान की जाएगी।
कांफ्रेंस को सफल बनाने के लिए क़ारी वसीम रज़ा रिज़वी उस्ताद मदरसा हज़ा, संस्था के सरपरस्त हाजी मोहम्मद तबारक हुसैन, मोहम्मद जावेद हुसैन, डॉ. सैफुल इस्लाम क़ादरी, मोहम्मद क़ुदरत अली, मास्टर इर्फ़ान अन्सारी,मो. शकील अनवर और संस्था के समस्त सदस्य दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। उपरोक्त जानकारी मदरसा फैजान-ए- गौस के मुहतमिम मौलाना फरहान खान सक़ाफ़ी ने दी है और समस्त फ़रज़ंदान-ए-तौहीद व मुहब्बान-ए-रेसालत से अपील की है कि इस कांफ्रेंस में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होकर उलमा-ए-रबानीयन के मवाआज़ हसनह से अपने दिलों को रोशन करें और संस्था के फ़ारिग़ीन के सिरों पर मुक़तदर उलमा और मशाइख़ के हाथों से दस्तारे हिफ्ज़ का रोहानी मंज़र अपनी आंखों से देखें।
भईया जी की रिपोर्ट