पटना : बिहार के मोकामा में सोनू-मोनू गैंग ने पूर्व विधायक बाहुबली अनंत सिंह को फायरिंग की चुनौती दी है। वहीँ, इसको लेकर राजद की और से नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए सत्ता संरक्षित अपराध बताया जा रहा है। साथ ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कानून व्यवस्था पर भी तीखा सवाल खड़ा किया है। इन सभी मुद्दे पर मुंगेर के सांसद ललन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए लालू शासन काल को आड़े हाथ लेते हुए तेजस्वी यादव पर भी तीखा निशाना साधा है।
मोकामा नौरंगा फायरिंग कांड के सवाल पर केंद्रीय मंत्री मुंगेर सांसद ललन सिंह ने मीडिया से कहा कि इलाका हमारे लोकसभा का हिस्सा है। वहां क्या हो रहा है और नहीं हो रहा है हमने इसकी जानकारी ली है। इसको लेकर पुलिस-प्रशासन अपना काम कर रही है। इसमें हमलोगों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। वहीँ, उन्होंने राजद पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, उनसे मेरा सवाल यही है कि अनंत सिंह को टिकट किसने दिया था? इसलिए उनको बोलने का कोई हक़ नहीं है।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किये जाने की बात पर ललन सिंह ने मीडिया से कहा कि जो लोग आज लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, उनको याद करना चाहिए की उनके पीता जी के शासनकाल में क्या हुआ था? उस समय इस तरह से पुरे सूबे में अपहरण उद्योग चलता था। इसलिए उनको तो कम से कम कुछ नहीं बोलना चाहिए। लेकिन,उनको बोलने की आदत है इसलिए बोल रहे हैं।
दरअसल, सोनू-मोनू दो भाई हैं जो ईंट-भट्ठे का कारोबार करते हैं। मुकेश सिंह इन्हीं के भट्ठे में मुंशी का काम करता था। कुछ समय पहले इन दोनों भाइयों का मुकेश सिंह के साथ किसी बात पर विवाद हो गया था। इस विवाद के बाद सोनू-मोनू ने मुकेश सिंह के घर में मारपीट की और ताला लगा दिया। उसके बाद मुकेश सिंह मामले को लेकर पूर्व विधायक अनंत सिंह के पास गए। उसके बाद अनंत सिंह ने मुकेश सिंह की मदद के लिए अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ जलालपुर के नौरंगा गांव जाकर मुकेश सिंह के घर का टाला तोड़कर। सोनू मोनू से दुबारा ऐसा नहीं करने को लेकर चेताने गए थे।
उसी दौरान अनंत सिंह के समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच फायरिंग हो गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहा है कि दोनों पक्षों के बीच करीब 70 से 80 राउंड गोलियां चलाई गईं। हालाँकि, पुलिस इस मामले की पुष्टि नहीं करती है, पुलिस का कहना है कि 10 से 15 राउंड की फायरिंग हुयी है। इस हमले में अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली लग गई, वहीं खुद अनंत सिंह बाल-बाल बचे थे। इस मामले में पुलिस ने अनंत सिंह और सोनू-मोनू के खिलाफ कुल 3 FIR दर्ज की हैं। इसके बाद सोनू ने सरेंडर कर दिया है।